अंशी को खींच ले गई उसकी मौत

कुंडा यह कहावत सच ही कही गई है कि होनी को कौन टाल सकता है। यही हुआ अंशी के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 09:55 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 09:55 PM (IST)
अंशी को खींच ले गई उसकी मौत
अंशी को खींच ले गई उसकी मौत

कुंडा : यह कहावत सच ही कही गई है कि होनी को कौन टाल सकता है। यही हुआ अंशी के साथ। उसकी मौत उसे चचेरी बहन की कार में खींच ले गई।

भदोही जिले के ज्ञानपुर कस्बे के पटेलनगर मोहल्ला निवासी मनोज श्रीवास्तव की बेटी अंशी श्रीवास्तव (20) अपनी चचेरी बहन अर्चिता की तरह बहुत मेधावी थी। वह बीटेक कर रही थी। उसकी मौत उसे उसकी बहन की कार में खींच ले गई। हुआ यूं कि मनोज श्रीवास्तव परिवार के लोगों के साथ जब घर से चले तो एक कार पर मनोज, उनकी बेटी अंशी, बेटा रचित व चालक धर्मेंद्र था। जबकि दूसरी कार पर उनके बड़े भाई प्रदीप श्रीवास्तव, प्रदीप की बेटी अर्चिता व बेटा अभिशांत और परिवार के अनिल श्रीवास्तव सवार थे। मनोज ने बताया कि प्रयागराज से आगे आने पर परिवार के लोगों ने यह तय किया कि भाई व बहन एक कार में हो जाएं और सीनियर लोग एक कार में। इसके बाद उनकी बेटी अंशी व बेटा रचित अभिशांत की कार पर चले गए और उस कार से प्रदीप व अनिल उनकी कार में आ गए। यह बात बताते-बताते मनोज अचेत हो रहे थे। वह रोते हुए यही कह रहे थे कि आखिर भगवान ने यह सब क्या कर दिया। वह अपनी बेटियों की बातों को याद करके बार-बार अचेत हो रहे थे। वह कह रहे थे कि मेरी आंखों के सामने मेरी बेटियों ने दम तोड़ दिया और मैं कुछ नहीं कर सका,यह कहते-कहते मनोज रोने लगते। मौके पर मौजूद पुलिस व मीडिया कर्मी उन्हें ढाढ़स बंधा रहे थे। ------------- तीन वर्ष पहले असिस्टेंट प्रोफेसर बनी थीं अर्चिता

संसू, कुंडा: भदोही जिले के ज्ञानपुर कस्बे के पटेल नगर मोहल्ला निवासी अधिवक्ता प्रदीप श्रीवास्तव की बेटी डा.अर्चिता श्रीवास्तव की वर्ष 2018 में सीएमपी डिग्री कालेज प्रयागराज में रसायन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई थीं। अर्चिता का भाई अभिशांत व चचेरा भाई रचित नोएडा में प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर हैं। जबकि अर्चिता की चचेरी बहन अंशी भी बीटेक कर रही थी। अभिशांत की शादी एक महीने पहले 23 जून को लखनऊ में हुई थी। शनिवार को गौने में अभिशांत की पत्नी की विदाई कराने पूरे परिवार के लोग लखनऊ जा रहे थे और रास्ते में यह हादसा हो गया।

chat bot
आपका साथी