विषाक्त घास खाने से आधा दर्जन भैसों की मौत

पट्टी पट्टी ब्लाक क्षेत्र के सहसपुर सहित कई गांव में अज्ञात बीमारी से आधा दर्जन भैंसों की हुई

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:05 PM (IST)
विषाक्त घास खाने से आधा दर्जन भैसों की मौत
विषाक्त घास खाने से आधा दर्जन भैसों की मौत

पट्टी : पट्टी ब्लाक क्षेत्र के सहसपुर सहित कई गांव में अज्ञात बीमारी से आधा दर्जन भैंसों की हुई मौत की खबर शनिवार को प्रकाशित हुई तो पशु पालन विभाग सक्रिय हो उठा। पट्टी के पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अनुराग यादव के नेतृत्व में टीम शनिवार को प्रभावित गांव में पहुंची और बीमार पशुओं की जांच की। पता चला कि पशुओं की मौत किसी बीमारी से नहीं बल्कि विषाक्त चारा खाने से हो रही है। इस मामले में नया मोड़ आने पर किसानों के साथ ही पशु चिकित्सालय के चिकित्सक सहित अन्य कर्मियों की चिता बढ़ गई। किसानों को इस बात की चिता है कि अब वे अपने पशुओं को विषाक्त चारे से कैसे बचाएंगे, जबकि पशु चिकित्सालय की टीम की चिता यह है कि विषाक्त चारा खाने के बाद पशु की मौत एक घंटे में ही हो जाती है। ऐसे में उनके इलाज का भी मौका नहीं मिलता। पशु चिकित्सक डा अनुराग यादव ने बताया कि धान के पौधों में जो घास उगती है, उसको हटाने के लिए किसानों द्वारा विषाक्त दवा मीरा - 71 का इस्तेमाल किया जाता है, जो बहुत ही जहरीली होती है। धान के खेतों से पानी निकल कर जब बाहर फैलता है, तो बाहर की घास जहरीली हो जाती है। इसी घास को जब पशु खाते हैं तो उनकी मौत हो जाती है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि किसान अपने पशुओं को चरी, जई व बाजरा जो अपने खेतों में बोए हैं। वही खिलाएं, बाहर की घास जहरीली हो सकती है। इसलिए उसे कदापि पशुओं को न खाने दें। बताते चलें की पट्टी ब्लाक क्षेत्र के लोनियापुर निवासी पशुपालक श्रीपाल वर्मा कि तीन भैंस, उदय राज वर्मा की एक भैंस के साथ आनापुर निवासी बियोगी वर्मा की तीन भैंस की मौत अज्ञात बीमारी से हो गई थी।

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