गला घोंटू बीमारी से आधा दर्जन पशुओं की मौत

संवाद सूत्र पट्टी स्थानीय ब्लाक क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में गला घोंटू की बीमारी ने दस्तक दे दी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 10:30 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 10:30 PM (IST)
गला घोंटू बीमारी से आधा दर्जन पशुओं की मौत
गला घोंटू बीमारी से आधा दर्जन पशुओं की मौत

संवाद सूत्र, पट्टी : स्थानीय ब्लाक क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में गला घोंटू की बीमारी ने दस्तक दे दी है। इससे प्रभावित होकर क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक दुधारू पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालकों द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद भी पशु चिकित्सकों द्वारा इस ओर ध्यान न दिए जाने से पशुपालकों में आक्रोश पनप रहा है।

पट्टी ब्लाक क्षेत्र के लोनियापुर गांव के श्रीपाल वर्मा की पहले एक मवेशी गला घोंटू से संक्रमित हुई। बाद में उसकी दो और मवेशी इस बीमारी से संक्रमित हो गई। इलाज के अभाव में तीनों मवेशी की मौत हो गई। इसी गांव के उदय राज वर्मा की भी एक मवेशी की मौत इसी बीमारी से हो गई। पशु चिकित्सालय पट्टी के पशु चिकित्सक डॉ. अनुराग यादव का कहना है कि इस मामले में हमें कोई सूचना नहीं मिली है। गला घोंटू के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है। गांव में डाक्टरों की टीम भेजकर बीमार पशुओं का इलाज कराया जाएगा। बीएसए ने बीईओ को जारी की कारण बताओ नोटिस : ब्लाक कालाकांकर के बीईओ सियाराम चौरसिया को बीएसए अमित कुमार सिंह ने कारण बताओ नोटिस जारी की है। गत दिनों कालाकांकर ब्लाक के केरावडीह स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बंद रहने को लेकर दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जागरण में छपी खबर को डीएम डा. नितिन बंसल ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बीएसए से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी थी। बीएसए ने कालाकाकर के बीईओ सियाराम को मौके पर जाकर रिपोर्ट तैयार कर देने को कहा था। बीएसए के आदेश के बाद बीईओ मौके पर गए जाकर जांच की तो विद्यालय में तैनात सभी शिक्षक अनुपस्थित मिले थे। मौके पर सिर्फ विद्यालय का अनुचर ही मिला था। इस पर बीईओ ने अपनी रिपोर्ट लगाते हुए बीएसए को यह जानकारी दी भेजी थी कि पूर्व में रहे बीएसए को विद्यालय बंद रहने व अध्यापकों के ना आने की जानकारी दी गई थी, लेकिन अध्यापकों के खिलाफ बीएसए द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते यह सारे अध्यापक मनबढ़ हो गए और विद्यालय नहीं आते थे। उनकी यह रिपोर्ट पढ़ते ही बीएसए अमित सिंह उन पर बिफर पड़े। नोटिस जारी कर कहा कि इसका मतलब है कि आप उसमें मिले थे। आपको पूरा प्रकरण मालूम था। प्रकरण में आप की मिलीभगत थी।

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