पौधों के संरक्षण व हरियाली को प्रेरित कर रहे गुरु जी
कौशांबी शिक्षा के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए श्री दुर्गा देवी उच्चतर माध्यमिक संस्क
कौशांबी : शिक्षा के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए श्री दुर्गा देवी उच्चतर माध्यमिक संस्कृत विद्यालय मंझनपुर के प्रधानाचार्य रवींद्र नाथ शुक्ल ने पौधारोपण के कार्य को महत्वपूर्ण समझा। इसके लिए उन्होंने स्कूल प्रांगण में आठ साल पहले बरगद के पौधे का रोपण कर सही तरीके से उसकी देखरेख की जो अब वृक्ष बन चुका है। यह स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को छाया व आस-पास के लोगों को आक्सीजन प्रदान करता है।
श्री दुर्गा देवी उच्चतर माध्यमिक संस्कृत विद्यालय में 80 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। प्रधानाचार्य ने बच्चों को पेड़-पौधों का महत्व बताकर उन्हें भी पौधारोपण के लिए जागरूक किया। इसके अलावा अभिभावक गोष्ठी में आस-पास उपलब्ध स्थानों पर पौधारोपण करने हेतु प्रेरित किया जाता है। स्कूल के साथ ही उन्होंने अपने गांव मंझनपुर विकास खंड के टेनशाहआलमाबाद में भी आम, जामुन, महुआ आदि के पौधे लगाए गए हैं। इनकी प्रेरणा से गांव के कई लोग अपने दरवाजे के सामने व खेतों में भी पौधारोपण किया है। पंप की फुंकी मोटर, तीन दिन से जलापूर्ति ठप : सिराथू विकास खंड क्षेत्र के नारा गांव मे पंप की मोटर फुंक जाने से तीन दिनों से जलापूर्ति नहीं हो रही है। इससे लोगों के सामने पेयजल संकट गहराया हुआ है। लोगों को निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। शिकायत के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नारा गांव में 10 हजार की आबादी में पेयजल के लिए जल निगम द्वारा 50 लाख लीटर की क्षमता की एकल पानी टंकी बनाई गई है। गुरुवार को पंप में लगी मोटर फुंक गई। इसके बाद नारा गांव सहित सईदाबाद, बलीपुर, महमंदापुर, फैजलीपुर आदि मजरों में पानी की आपूर्ति बंद हो गई। पानी न आने की वजह से लोगों को पीने के पानी भरने के लिए दूसरे गांव के निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है। गांव के शफीक अहमद, नीरज मोदनवाल, अमन त्रिपाठी आदि लोगों ने बताया कि गांव में लगे अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हैं, जिसकी वजह से पीने के पानी की समस्या और भी गहरा गई है। वहीं ग्राम प्रधान फूलकली का कहना है कि फुंकी मोटर व स्टार्टर को दुरुस्त कराकर रविवार तक जलापूर्ति शुरू करा दी जाएगी।