सरकारी कर्मचारी व कोटेदार, सभी के पास जाब कार्ड

प्रतापगढ़ जो पात्र हैं वह जाब कार्ड के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जबकि अपात्र लोगों का जाब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:25 PM (IST)
सरकारी कर्मचारी व कोटेदार, सभी के पास जाब कार्ड
सरकारी कर्मचारी व कोटेदार, सभी के पास जाब कार्ड

प्रतापगढ़ : जो पात्र हैं, वह जाब कार्ड के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जबकि, अपात्र लोगों का जाब कार्ड पहले ही बन चुका है। गांव में ऐसे लोगों का कार्ड बनाया गया है, जिनके पास रिहायशी मकान हैं। ट्रैक्टर हैं। बेशकीमती जमीन है। इसके अलावा घर के लोग सरकारी कर्मचारी हैं। घर के लोग प्रधान रह चुके हैं। इस मामले की शिकायत होने पर इसका राजफाश हुआ।

हम बात कर रहे हैं कालाकांकर ब्लाक के केरावडीह गांव की। गांव के हरिकेश, बृजेश, दीपक, दिनेश, शुभम ने बीडीओ समेत अफसरों से शिकायत की। यह बताया गया कि गांव के तमाम ऐसे लोग हैं जो अपात्र हैं, लेकिन उनका जॉब कार्ड बनाया गया है। जबकि इसमें किसी के पास कई बीघे जमीन है तो किसी के स्वजन सरकारी नौकरी करते हैं। यहां तक कि दर्जनों ऐसे लोग हैं जो धनाढ्य है, लेकिन मनरेगा के तहत जॉब कार्ड बनाया गया है। शिकायत होने पर मामले को शीर्ष अफसरों ने संज्ञान में ले लिया। इस मामले में बड़े पैमाने पर जांच शुरू हो गई है। कालाकांकर ब्लाक की बीडीओ अपर्णा सैनी ने बताया कि मामले की शिकायत हुई है। इसकी जांच मनरेगा लोकपाल ने की है। इससे अधिक जानकारी नहीं है।

- जांच को पहुंचे थे मनरेगा लोकपाल

सप्ताह भर पहले मामले की जांच करने के लिए मनरेगा लोकपाल गांव में गए हुए थे। जांच के दौरान गांव में काफी गड़बड़ी मिली थी। यहां तक कि गांव में मनरेगा से कराए गए कार्य भी मानक के वितरीत मिले। उन्होने जांच कर रिपोर्ट अफसरों को भेज दिया है। इस मामले में बड़े पैमाने पर रिकवरी भी की जा सकती है।

- बीडीओ को नहीं पता

ग्राम पंचायतों में मानक के अनुरूप कार्य हो रहा है कि नहीं। पात्र को लाभ मिल रहा है कि नहीं। इसकी जानकारी ब्लाक की बीडीओ अपर्णा को नहीं है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीडीओ कितनी जिम्मेंदारी से काम कर रहीं है। जांच में मनरेगा लोकपाल यह कह रहे हैं कि अपात्रों को कार्ड जारी हुआ है, लेकिन बीडीओ इसे मानने को तैयार नहीं हैं।

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शिकायत मिलने पर गांव में जांच करने गया था। जिनके नाम शिकायत हुई है, जांच के दौरान वह अपात्र मिले हैं। जाब कार्ड कोरोना काल में बनाए जाने की बात सामने आई है। बीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

- ओपी सिंह सिंह, मनरेगा लोकपाल

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