क्वायल से लगी आग से झुलसी युवती, मौत

फतनपुर थाना क्षेत्र के पूरे खरगराय गांव में बुधवार की रात मछर से बचने को जलाए गए क्वायल से मछरदानी व बिस्तर में लगी आग से झुलसने से युवती की मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसी युवती ने प्रयागराज स्थित एसआरएन हास्पिटल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे से स्वजनों में मातम छाया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:25 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:25 PM (IST)
क्वायल से लगी आग से झुलसी युवती, मौत
क्वायल से लगी आग से झुलसी युवती, मौत

संवाद सूत्र, सुवंसा : फतनपुर थाना क्षेत्र के पूरे खरगराय गांव में बुधवार की रात मच्छर से बचने को जलाए गए क्वायल से मच्छरदानी व बिस्तर में लगी आग से झुलसने से युवती की मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसी युवती ने प्रयागराज स्थित एसआरएन हास्पिटल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे से स्वजनों में मातम छाया है।

पहलवान का पूरा (पूरे खरगराय) गांव निवासी राम प्रताप यादव की बेटी रेनू (20) चार दिनों से बुखार से पीड़ित थी। वह बुधवार की शाम दवा खाकर एक कमरे में सो रही थी। उसने चारपाई के नीचे मच्छर से बचने के लिए क्वाइल जला रखी थी, जबकि उसने मच्छरदानी भी लगा रखी थी। ऊपर छत का पंखा भी चल रहा था।

रात करीब 10 बजे पंखे की हवा से क्वाइल की चिगारी मच्छरदानी तक पहुंच गई और मच्छरदानी जलने लगी। आग ने बिस्तर में पकड़ लिया और वह जलने लगी। शोर मचाते हुए रेनू दरवाजा खोलकर कमरे से बाहर भागी। शोर सुनकर घर वाले भी जग गए और स्वजनों ने किसी तरह आग बुझाई।

स्वजन गंभीर रूप से झुलसी रेनू को आनन-फानन में सीएचसी गौरा लेकर भागे। वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल हालत में सुधार न होने पर उसे प्रयागराज स्थित स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। स्वजन रात में शव को लेकर घर लाए।

गुरुवार को सुबह पुलिस को सूचना दिए बिना स्वजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगे। इसी बीच किसी ने थाने पर सूचना दे दी। सूचना मिलने पर एसओ इंद्रदेव फोर्स के साथ फौरन मौके पर पहुंचे और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से रोक दिया। स्वजनों व ग्रामीणों के आग्रह करने पर एसओ ने पंचनामा भरवाया। इसके बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए शव को प्रयागराज ले गए।

एसओ इंद्रदेव का कहना है कि मृतका के स्वजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे। इसलिए पंचनामा के बाद शव को स्वजनों को सौंप दिया गया।

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