साल भर में ध्वस्त हो गया गंगा आरती चबूतरा

गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए गंगा के किनारे बसे गांवों में विकास कराया गया। जिसके तहत तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांवों में छह माह पहले अभियान चला लेकिन गंगा आरती के लिए बने चबूतरों के निर्माण में बरती गई अनियमितता की पोल कुछ ही माह में खुल गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 10:59 PM (IST)
साल भर में ध्वस्त हो गया गंगा आरती चबूतरा
साल भर में ध्वस्त हो गया गंगा आरती चबूतरा

परियावां : गंगा नदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए गंगा के किनारे बसे गांवों में विकास कराया गया। जिसके तहत तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांवों में छह माह पहले अभियान चला, लेकिन गंगा आरती के लिए बने चबूतरों के निर्माण में बरती गई अनियमितता की पोल कुछ ही माह में खुल गई।

ब्लाक कालाकांकर के गंगा घाट पर जनवरी माह में गंगा आरती के लिए चबूतरा बनाया गया था। साथ ही गंगा घाटों की साफ-सफाई का अभियान सरकार द्वारा जोर-शोर से चलाया गया। कुछ ही दिन तक आरती की गई। सरकारी मशीनरी के देखरेख में हुए गंगा के किनारे गांवों में विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। इसका उदाहरण गंगा के किनारे आरती के लिए बने वह चबूतरे है, जो एक साल में विकास की पोल खुलकर सामने आ गई। यहां तक की चबूतरे पर इस कदर गंदगी फैल गई है कि आरती करना तो दूर, लोग उस चबूतरे के पास जाना भी उचित नहीं समझते। ऐसा ही एक गंगा चबूतरा नवाबगंज गंगा घाट और पीरानगर गांव के बीच बना हुआ है, जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। उसमें बड़े-बड़े गड्ढे नजर आने लगे हैं। बीडीओ कालाकांकर ने इस मामले में बोलने से मना कर दिया। टीएसी जांच को लेकर अफसर सतर्क

प्रतापगढ़/संडवा चंद्रिका : ग्राम पंचायतों में मनरेगा से हुए कार्यों में भारी अनियमितता हुई है। एक ही कार्य को दो बार दिखाकर भुगतान कर लिया गया। खासकर चकरोड़ व बंधा निर्माण में अधिक गड़बड़झाला हुआ है। मनरेगा लोकपाल सहित अन्य की जांच में इसका राजफाश भी हुआ है। वहीं टीएसी जांच की सूचना मिलने से अफसरों में खलबली मची हुई है। जिल के संडवा चंद्रिका ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत दांदूपुर दौलत में मनरेगा व अन्य योजनाओं से कराए गए कार्यों की जांच टीएसी (टेक्निकल असेस्मेंट कमेटी) द्वारा की जाएगी। संयुक्त विकास आयुक्त प्रयागराज डॉ. अवधेश कुमार वाजपेयी ने बीडीओ को पत्र भेज कर अभिलेखों के साथ संबंधित अधिकारी व कर्मचारी को मौजूद रहने को कहा है। टीम द्वारा श्रमिक व सामग्री मद में सबसे अधिक तीन कार्यों पर खर्च हुए बजट के कार्यों की जांच करेगी। टीएसी टीम को लेकर ब्लाक से लेकर ग्राम पंचायत में अभिलेख दुरुस्त किए जा रहे हैं। सीडीओ डॉ. अश्वनी कुमार पांडेय ने बताया कि दो गांवों में टीएसी टीम जांच करेगी।

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