मेडिकल कालेज के अस्पतालों की पैथोलाजी का समय बढ़ा

शहर स्थित राजकीय मेडिकल कालेज के पुरुष और महिला अस्पताल में पैथोलाजी विभाग का समय बढ़ा दिया गया है। सोमवार को यह नई व्यवस्था लागू भी हो गई। अब मरीजों के रक्त व अन्य जांच के नमूने दोपहर दो बजे तक संग्रहित किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:33 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:33 PM (IST)
मेडिकल कालेज के अस्पतालों की पैथोलाजी का समय बढ़ा
मेडिकल कालेज के अस्पतालों की पैथोलाजी का समय बढ़ा

जासं, प्रतापगढ़ : शहर स्थित राजकीय मेडिकल कालेज के पुरुष और महिला अस्पताल में पैथोलाजी विभाग का समय बढ़ा दिया गया है। सोमवार को यह नई व्यवस्था लागू भी हो गई। अब मरीजों के रक्त व अन्य जांच के नमूने दोपहर दो बजे तक संग्रहित किए जाएंगे।

साल भर पहले जिला अस्पताल को राजकीय मेडिकल कालेज का दर्जा मिला। इसके बाद भी यहां अभी बहुत कुछ पहले की तरह ही चल रहा है। पैथोलाजी व्यवस्था में भी कोई सुधार नहीं आया। सबसे बड़ी समस्या यह थी कि यहां पर दोपहर 12 बजे तक ही लोगों की जांच के लिए नमूने लिए जाते थे। हर दिन सौ से लेकर करीब डेढ़ डेढ़ सौ मरीज जांच कराने को आते व दर्जनों मायूस हो जाते। उनको अगले दिन फिर इसी काम के लिए आना पड़ता था। एक मशीन के महीनों से खराब होने व लैब टेक्नीशियन की कमी से 12 बजे सैंपल लेना बंद कर दिया जाता था। दूर-दूर से आने वाले मरीजों की इस विकट समस्या को दैनिक जागरण ने उभारा। इसका मेडिकल कालेज प्रशासन ने संज्ञान लिया। प्रिसिपल डा. आर्यदेश दीपक ने व्यवस्था में बदलाव कर दिया। कहा कि अब पैथोलाजी सुबह आठ से लेकर दोपहर दो बजे तक खुलेगी। 12 बजे तक लिए गए नमूनों की रिपोर्ट उसी दिन मिलेगी। उसके बाद आने वाले मरीजों को अगले दिन रिपोर्ट मिल जाएगी। उनको कहीं भटकना नहीं पड़ेगा।

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मरीजों को मिली राहत

दोपहर बाद भी नमूना लेने की सुविधा मिलने का असर सोमवार को देखा गया। पहले ही दिन मरीजों की भारी भीड़ देखी गई। जब उनको लौटाया नहीं गया, झिड़का नहीं गया तो वह खुश हो गए। बड़ी राहत महसूस किए। एक तरफ से नमूना लिया जा रहा था, दूसरे काउंटर से पहले जांच करा चुके लोगों को रिपोर्ट दी जा रही थी।

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फोटो 20 पीआरटी 7

मेडिकल कालेज में सेंट्रल लैब व्यवस्थित किया जा रहा है। इस कड़ी में सबसे पहले नमूना संग्रह का समय बढ़ाया गया है। आने वाले दिनों में हमारा प्रयास होगा कि मरीज की उसी दिन रिपोर्ट मिलने लगे।

-डा. आर्यदेश दीपक, प्रिसिपल।

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