आरडीएसएस के जरिए दूर होगी बिजली की समस्या : गंगवार
प्रतापगढ़ बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पुर्नोत्थान वितरण क्ष
प्रतापगढ़ : बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) मुख्य है। इसके जरिए जिले की बिजली व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। ग्रामीण इलाकों में आपूर्ति के दौरान बाधा कम होगी।
यह बात चीफ इंजीनियर बिजली विनोद कुमार गंगवार ने कही। गुरुवार को शहर में विभागीय अफसरों की बैठक में मुख्य अभियंता ने कहा कि वितरण क्षेत्र योजना के जरिए ग्रामीण इलाकों की बिजली व्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा। स्थिति का आकलन होगा। नए पावर हाउस, फीडर, नई लाइन तैयार की जाएगी। तारों का मकड़जाल दूर होगा। जल्द ही योजना के तहत कार्य शुरू हो जाएगा। 2025 तक जिले के ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे बिजली देनी की तैयारी है। इस मौके पर मौजूद रानीगंज विधायक धीरज ओझा ने कहा कि केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार में बिजली व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। अधीक्षण अभियंता सत्यपाल, एक्सईएन चंद्रमा प्रसाद, कुंडा एक्सईएन उमाकांत, लालगंज एक्सईएन अमित, रानीगंज एक्सइन आरके सिंह, एसडीओ बाबागंज अजीत सिंह यादव सहित बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। एडीजे कोर्ट की स्थापना को लेकर वकीलों ने भरी हुंकार : सिविल न्यायालय मे एडीजे कोर्ट की स्थापना कराए जाने को लेकर गुरुवार को अधिवक्ताओं ने यहां हुंकार भरी। संयुक्त अधिवक्ता संघ की आमसभा मे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम प्रस्ताव पारित कर लालगंज कोतवाली से जुड़े स्टेट केस के क्षेत्राधिकार स्थानीय दीवानी न्यायालय मे दिए जाने पर आभार जताया। प्रस्ताव में कहा गया है कि वादकारियो के हित मे लालगंज सर्किल के सांगीपुर थाने के भी स्टेट वाद जिला मुख्यालय से यहां सुनवाई के लिए भेजवाया जाय। वहीं वकीलो ने लालगंज कोतवाली से जुड़े सभी पुराने वादों को पूर्ववत यहां सिविल न्यायालय मे सुनवाई जारी रखने पर जोर दिया। संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राममोहन सिंह के नेतृत्व मे पारित प्रस्ताव को सिविल जज ललिता यादव को सौंपा। वकीलों ने दीवानी परिसर मे मांगो के समर्थन मे नारेबाजी की। इस मौके पर उमेश तिवारी, संतोष पांडेय, प्रवीण यादव, पूर्व अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल, अनिल महेश, विकास मिश्र, वीरेंद्र सिंह, पवन पांडेय, रमेश पांडेय, अंजनी मिश्र, बच्चा यादव, संजय ओझा आदि रहे।