शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की गूंज
प्रतापगढ़ जिले भर में 350 से अधिक पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य है। इसमें से अधिकांश पंचायत भवन क
प्रतापगढ़ : जिले भर में 350 से अधिक पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य है। इसमें से अधिकांश पंचायत भवन का निर्माण शुरू है। विधायक रानीगंज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की तो मामले की जांच शुरू हो गई है। अपर मुख्य सचिव ने इस मामले में अफसरों से रिपोर्ट मांगी है। जांच से अफसरों में खलबली मची हुई है।
जिले भर में 17 ब्लाक हैं। इसके अंतर्गत एक हजार 193 ग्राम पंचायतें हैं। वर्ष 2020-21 में जिले भर में 350 से अधिक ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य था। इसके अलावा एक हजार 193 सामुदायिक शौचालय भी बनाया जाना था। बजट मिलते ही भवन व शौचालय का निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसमें से अधिकांश भवन का कार्य अंतिम चरण में है। विधायक रानीगंज धीरज ओझा ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते बताया कि सदर, शिवगढ़, गौरा व मानधाता की कई ग्राम पंचायतों में बन रहे पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय के निर्माण में गड़बड़ी हुई है। इसमें गौरा ब्लाक के कतरौली, नारायणपुर खुर्द, बेहदौल कला, देवगढ़ कमासिन सुल्तानपुर, कौलापुर, परसामऊ, कलीमुरादपुर, नारायणपुर कला व शिवगढ़ की छानापार, पूरे बिच्छूर, जगदीशपुर, बीरापुर, जामताली, जरियारी, शिवगढ़, उगईपुर, संसरियापुर, कसेरुआ, मिर्जापुर चौहारी, संडौरा, हरिपालमऊ शामिल है। इसी तरह से बाबा बेलखरनाथ के पिपरी खालसा, कोठियाही, रतनमई, चलाकपुर कुर्मियान, गांगपट्टी, गनईडीह, श्रीनाथपुर व मानधाता ब्लाक की ग्राम पंचायत चंघईपुर, बरसंडा, सराय राजा, पुरैला, भुगवान मूुफरिद, छितपालगढ़ में भवन के निर्माण में मानक को दरकिनार किया गया है। वहीं सदर ब्लाक के नौबस्ता व कुशफरा में भी गड़बड़ी किए जाने की शिकायत हुई है।
- तीन साल पहले से बना है भवन
मुख्यमंत्री से जो शिकायत हुई है, उसमें जांच शुरू होने से अफसरों में खलबली मची हुई है। वहीं ब्लाकों से मिली जानकारी के अनुसार कतरौली, परसामऊ, सुल्तानपुर सहित आधा दर्जन ऐसे गांव हैं जहां तीन साल पहले से पंचायत भवन बना है। शिकायत होने के बाद मामले की जांच शुरू होने की जानकारी ब्लाकों के बीडीओ को नहीं है।
- 22 लाख रुपये हो रहा खर्च
ग्राम पंचायतों में प्रत्येक पंचायत भवन के निर्माण में 22 लाख रुपये का बजट मिला है। इसमें से 11 लाख रुपये मनरेगा व 11 लाख रुपये वित्त आयोग से मिला है। एक ओर जहां अधिकांश सामुदायिक शौचालयों का निर्माण हो चुका है, वहीं पंचायत भवन भी पूरे होने के नजदीक है। अफसर भी कार्यों का जायजा लेने पहुंच रहे हैं।
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शिकायत की जांच की जा रही है। इसमें से कई ऐसी ग्राम पंचायतें हैं, जहां पंचायत भवन तीन साल पहले बन चुका है। नए भवनों का कार्य तेजी से चल रहा है।
- रवि शंकर द्विवेदी, डीपीआरओ