ट्राली की छोटी साइज कर ग्राहकों की आंखों में झोंक रहे धूल

महंगाई चरम पर है। वहीं रेत बालू गिट्टी सीमेंट सरिया और ईंट में छाई महंगाई ने आशियाना निर्माण प्रक्रिया पर ग्रहण लगा दिया है। इससे भी समस्या बढ़कर यह है कि भवन निर्माण सामग्री से जुड़े बिल्डिग मटेरियल के दुकानदार बड़े पैमाने पर घपला कर रहे हैं। बिल्डिग मटेरियल दुकानदार ट्रैक्टर की ट्राली का आकार छोटा कर खेल कर रहे हैं। मौजूदा समय में अधिकांश ट्राली 100 फीट की बजाय 60 फीट की बनायी जा रही हैं। इससे रेता बालू व गिट्टी खरीदने वालों को 40 फीट का दाम अधिक देना पड़ रहा है। इस तरह हो रही धोखाधड़ी से ग्राहकों की जेब पर सरेआम डाका डाला जा रहा है। दुकानदार मालामाल हो रहे हैं। वहीं जिम्मेदार विभाग के अधिकारी इस ओर जांच पड़ताल करने के बजाय मौन बने बैठे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 11:23 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 11:23 PM (IST)
ट्राली की छोटी साइज कर ग्राहकों की आंखों में झोंक रहे धूल
ट्राली की छोटी साइज कर ग्राहकों की आंखों में झोंक रहे धूल

संसू रानीगंज : महंगाई चरम पर है। वहीं रेत, बालू, गिट्टी, सीमेंट, सरिया और ईंट में छाई महंगाई ने आशियाना निर्माण प्रक्रिया पर ग्रहण लगा दिया है। इससे भी समस्या बढ़कर यह है कि भवन निर्माण सामग्री से जुड़े बिल्डिग मटेरियल के दुकानदार बड़े पैमाने पर घपला कर रहे हैं। बिल्डिग मटेरियल दुकानदार ट्रैक्टर की ट्राली का आकार छोटा कर खेल कर रहे हैं। मौजूदा समय में अधिकांश ट्राली 100 फीट की बजाय 60 फीट की बनायी जा रही हैं। इससे रेता, बालू व गिट्टी खरीदने वालों को 40 फीट का दाम अधिक देना पड़ रहा है। इस तरह हो रही धोखाधड़ी से ग्राहकों की जेब पर सरेआम डाका डाला जा रहा है। दुकानदार मालामाल हो रहे हैं। वहीं जिम्मेदार विभाग के अधिकारी इस ओर जांच पड़ताल करने के बजाय मौन बने बैठे हैं। रानीगंज तहसील क्षेत्र में बिल्डिग मटेरियल दुकानदार खूब खेल कर रहे हैं। रेता गिट्टी, सीमेंट व सरिया खरीदने वालों से अधिक रुपया लेकर सामग्री कम दे रहे है। रानीगंज बाजार, शाहपुर, लिलहा, लच्छीपुर, जामताली, रामापुर, फतनपुर, सुवंसा, बीरापुर, बरहदा सहित स्थानों पर बिल्डिग मटेरियल दुकानदार अपने टैक्टर ट्राली का आकार छोटा कर 100 फीट की बजाय 60 व 70 फ़ीट कर दिया है। यहां बिल्डिग मटेरियल दुकानदार पतला रेता साढ़े तीन हजार से चार हजार रुपये ट्राली, मोटा रेत साढ़े चार हजार से साढ़े पांच हजार रुपये ट्राली, काली आरसीसी गिट्टी चार हजार से 6 हजार रुपये ट्राली को 100 फीट कहकर बेच रहे हैं। पैसा 100 फीट के हिसाब से लिया जा रहा है और 60 से 70 फ़ीट वाली ट्राली से रेत व गिट्टी ग्राहकों को पहुंचायी जा रही है। इससे खरीदने वालों को 40 फीट का घाटा लग रहा है। पक्की रसीद भी नहीं देते हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी हैं कि वह अनजान बने बैठे हैं। क्षेत्र के अधिकांश बिल्डिग मटेरियल दुकानदार के पास न तो लाइसेंस है न ही कागजात। वह ग्राहकों से वसूली कर जेबे भर रहे हैं और घटतौली कर रहे हैं। 100 फीट रेत और गिट्टी के बजाय 60 से 70 फ़ीट ही ग्राहकों को दे रहे हैं। कुछ ऐसा ही खेल दुकानदार मिट्टी में भी कर रहे हैं। क्षेत्र के इलियास अहमद, ननकऊ, सुभाष तिवारी, बृजश्याम, रायबहादुर गुप्ता, सेठमन मिश्रा, चितामणि मिश्रा, सुरेश चंद्र तिवारी, धनंजय मिश्रा, बंसतलाल तिवारी, अनुरुद्ध तिवारी, ऊधम सिंह सहित कई लोगों का कहना है कि बिल्डिग मटेरियल दुकानदार अपने ट्रैक्टर ट्राली को छोटा कर दिए हैं और 100 फीट रेत गिट्टी का रुपया लेकर 60 से 70 फीट रेत व गिट्टी दे रहे हैं। इससे लोगों को 30 से 40 फीट का घाटा लग रहा है। बिल्डिग मटेरियल दुकानदार ठग रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को इन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

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