लॉकडाउन के डर और चुनाव की खातिर लौट रहे प्रवासी

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महानगरों से लोग अपने घरों के लिए कूच करने लगे हैं। उनको इस बात का डर है कि जिस तरह केस बढ़ रहे हैं उससे हो सकता है कि आगे चलकर पूरी तरह लॉकडाउन लग जाए। इसके साथ ही पंचायत चुनाव में वोट देने का भी उनमें जुनून है। स्टेशनों पर प्रवासियों की कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य टीमों को लगाया गया है। घरों के लिए लौट रहे मजदूरों से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूछा जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन लग गई है अगर नही तो जांच कराना जरूरी है। अगर इंजेक्शन लगा है तो उन मजदूरों को बिना जांच के ही ट्रेन पर चढ़ने दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 10:51 PM (IST)
लॉकडाउन के डर और चुनाव की खातिर लौट रहे प्रवासी
लॉकडाउन के डर और चुनाव की खातिर लौट रहे प्रवासी

संसू, कुंडा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महानगरों से लोग अपने घरों के लिए कूच करने लगे हैं। उनको इस बात का डर है कि जिस तरह केस बढ़ रहे हैं उससे हो सकता है कि आगे चलकर पूरी तरह लॉकडाउन लग जाए। इसके साथ ही पंचायत चुनाव में वोट देने का भी उनमें जुनून है। स्टेशनों पर प्रवासियों की कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य टीमों को लगाया गया है। घरों के लिए लौट रहे मजदूरों से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूछा जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन लग गई है अगर नही तो जांच कराना जरूरी है। अगर इंजेक्शन लगा है तो उन मजदूरों को बिना जांच के ही ट्रेन पर चढ़ने दिया जा रहा है।

दैनिक जागरण ने बुधवार को कुछ लौटे प्रवासियों से बात की। उनके घर तक के सफर के बारे में जाना व समझा। भोपाल से लौट रहे बाबागंज विकास खंड के पींग गड़रियन का पुरवा गांव निवासी राजाराम पाल पुत्र राम दुलारे ने बताया कि वह अपने बेटे विकास के साथ भोपाल से ट्रेन से प्रयागराज पहुंचा। वहां से बस से कुंडा उतरकर घर जा रहा हूं। क्या स्टेशनों पर कोरोना की जांच हो रही है तो उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाया है उन लोगों से पूछताछ के बाद उन्हें ट्रेन पर बैठने दिया जा रहा है, जबकि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उनकी जांच की जा रही है। अब घर आ गए हैं। मांगलिक कार्यक्रम, चुनाव निपटा कर सोचेंगे कि वापस जाना है कि नहीं। तब के हालात यह तय करेंगे। पटना बिहार से लौटने वाले संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के आमीपुर गांव निवासी श्यामलाल पुत्र राम हर्ष पटेल का कहना है कि उनका भाई प्रधान पद का उम्मीदवार है। वह वोट डालने के लिए घर आया है वोट डालने के बाद वह बिहार लौट जाएगा। पूछने पर कि क्या आप ट्रेन से आए है तो उसने कहा कि नहीं मैं बस से घर आया हूं। ट्रेन का टिकट नही मिला। फिलहाल बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर गांव पहुंच रहे लोगों से उनके स्वजनों के साथ ही ग्रामीण भी भयभीत है।

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