गोवंश आश्रय स्थलों पर ठंड से बीमार हो रहे मवेशी

रानीगंज तहसील क्षेत्र के गोवंश आश्रय स्थल बदहाल हैं। केंद्रों पर न तो मवेशियों को सही ढंग से चारा पानी मिल रहा है और न ही इन्हें ठंड से बचाने के इंतजाम किए गए हैं। ठंड से राहत दिलाने के लिए जूट की बोरियों तक की व्यवस्था नहीं की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 10:22 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 10:22 PM (IST)
गोवंश आश्रय स्थलों पर ठंड से बीमार हो रहे मवेशी
गोवंश आश्रय स्थलों पर ठंड से बीमार हो रहे मवेशी

रानीगंज : रानीगंज तहसील क्षेत्र के गोवंश आश्रय स्थल बदहाल हैं। केंद्रों पर न तो मवेशियों को सही ढंग से चारा पानी मिल रहा है और न ही इन्हें ठंड से बचाने के इंतजाम किए गए हैं। ठंड से राहत दिलाने के लिए जूट की बोरियों तक की व्यवस्था नहीं की गई है।

तहसील क्षेत्र के शिवगढ़ ब्लाक के गोवंश आश्रय स्थल बुढ़ौरा में 70 मवेशी पंजीकृत हैं। यहां पशुओं को ठंड में रहने तक की सही व्यवस्था नहीं है। मवेशियों के बाहर रहने से कई मवेशी बीमार हैं। पशुओं को यहां चारा पानी भी ठीक से नहीं मिल रहा है। एक मवेशी की आंख कौआ ने नोच कर घायल कर दी है। उसका इलाज नहीं किया। इसी प्रकार खमपुर दुबेपट्टी स्थित गोवंश आश्रय केंद्र पर 264 मवेशी हैं। इस केंद्र के देखभाल की जिम्मेदारी पशु चिकित्सा अधिकारी कमलेश कुमार के जिम्मे है। इस केंद्र पर भी पशुओं की देखभाल नहीं की जा रही है। अधिकांश मवेशियों को रहने व ठंड से बचाव के लिए प्रधान ने पॉलीथिन मंगाकर ठंड से बचाव के लिए व्यवस्था की है। गौरा प्रतिनिधि के अनुसार विकासखंड गौरा के रोहखुर्दकला स्थित गोवंश आश्रय स्थल के संचालन की जिम्मेदारी नगर पंचायत सुवंसा के ईओ राजभान शुक्ला के हवाले है। इस केंद्र पर मवेशियों के सही ढंग से चारा-पानी की व्यवस्था नहीं है। ठंड से यहां परिसर में आए दिन मवेशी बीमार होकर पड़े रहते हैं। मवेशियों को ठंड से बचाने के लिए जूट की बोरियां तक का इंतजाम नहीं किया गया। इससे मवेशी यहां ठंड से ठिठुर रहे हैं। पशु चिकित्सा अधिकारी डा. राम कुमार यादव ने बताया कि इस केंद्र पर 118 मवेशी पंजीकृत हैं। बीमार मवेशियों का उपचार कर दवाएं दी जाती हैं। ईओ राजभान शुक्ला ने बताया कि ठंड से बचाव व चारा पानी की व्यवस्था ठीक है। कोई समस्या नहीं है। एसडीएम राहुल कुमार यादव का कहना है कि गो आश्रय केंद्र का निरीक्षण किया जाएगा। ठंड गलन से बचाव व चारा पानी की व्यवस्था ठीक न मिली तो कार्रवाई होगी।

chat bot
आपका साथी