मवेशियों को गौ आश्रय केंद्र में नही मिल रहा सहारा
प्रदेश सरकार ने सड़कों व गलियों में घूम रहे बेसहारा मवेशियों को पकड़कर गौ आश्रय केंद्र में भेजने का फरमान तो जारी कर दिया गया है लेकिन जिले में बेसहारा मवेशी खुले आम घूम रहे हैं। अपनी भूख मिटाने के लिए मवेशी मारे-मारे फिरते नजर आ रहे हैं। वे हाइवे की सड़क गलियों व खेतों में अपना बसेरा बनाए हुए हैं। कड़ाके की ठंड में भी उन्हें कहीं ठिकाना नहीं मिल पा रहा है।
प्रतापगढ़ : प्रदेश सरकार ने सड़कों व गलियों में घूम रहे बेसहारा मवेशियों को पकड़कर गौ आश्रय केंद्र में भेजने का फरमान तो जारी कर दिया गया है, लेकिन जिले में बेसहारा मवेशी खुले आम घूम रहे हैं। अपनी भूख मिटाने के लिए मवेशी मारे-मारे फिरते नजर आ रहे हैं। वे हाइवे की सड़क, गलियों व खेतों में अपना बसेरा बनाए हुए हैं। कड़ाके की ठंड में भी उन्हें कहीं ठिकाना नहीं मिल पा रहा है। कहने को तो सदर क्षेत्र के बराछा व लालगंज क्षेत्र के अगई में भी गो आश्रय केंद्र बनाया गया है। इसके आस पास ही नजर डालें तो सैकड़ों बेसहारा मवेशी बाहर इधर उधर दिख रहे हैं। इनमें कुछ ऐसे मवेशी भी हैं, जो बहुत खतरनाक हैं। उनके बगल से गुजरना दुर्घटना को दावत देना रहता है। शहर से गुजरे प्रयागराज-अयोध्या हाईवे के साथ ही लालगंज क्षेत्र के वर्मा नगर, मेढ़ावां में झुंड के झुंड घूम रहे बेसहारा मवेशियों से क्षेत्रवासी परेशान हैं। लालगंज क्षेत्र के सूबेदार सिंह, तालुकदार सिंह, अमर तिवारी, रमेश वर्मा, जगदीश यादव, अशोक पांडेय आदि लोगों का कहना है कि बेसहारा मवेशियों ने परेशान कर रखा है। यह कई लोगों को हमला कर घायल भी कर चुके हैं। लोगों का कहना है पशुपालक अपनी जरूरत के हिसाब से मवेशियों को बेसहारा छोड़ देते हैं, जो अपनी भूख मिटाने के लिए भटकते रहते हैं। ग्रामीणों ने बेसहारा पशुओं को पकड़वाकर गो शाला भेजने की मांग की है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विजय प्रताप सिंह ने बताया कि सदर क्षेत्र के बराछा गांव में गो आश्रय केंद्र में 400 की क्षमता है। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को शहर से गो वंश को पकड़वाकर भेजने को कहा गया है। पशुपालन विभाक के लोग इस कार्य में उनका पूरा सहयोग करेंगे।