मनमोहक झांकियों के साथ बालि वध मेला शुरू, लगे जयकारे
मानिकपुर आस्था व भक्ति के प्रतीक बन चुके मानिकपुर नगर के बालि वध मेले का श्रीगणेश गुरुवार
मानिकपुर : आस्था व भक्ति के प्रतीक बन चुके मानिकपुर नगर के बालि वध मेले का श्रीगणेश गुरुवार को हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मेले में भारी भीड़ जुटी। झांकियों ने सबका मन मोह लिया। लोगों ने जयकारे लगाकर भगवान राम का स्वागत किया।
दो दिनों के इस आयोजन में पहले दिन सिद्धपीठ मां ज्वाला देवी धाम में अध्यक्ष विमल पांडेय और प्रबंधक आकाश कसेरा ने विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद चौकियां रामदल की अगुवाई में निकाली गई। इसमें प्रमुख चौकी के अलावा अलग-अलग क्षेत्रों से एक दर्जन से अधिक चौकियां रहीं। उन्हें नगर के मार्गों से होते हुए मेला ग्राउंड तक पहुंचाया गया। वहां पर कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा समस्त सहायक रामलीला मेला कमेटी के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। राम दल की अगुवाई में अध्यक्ष और प्रबंधक के अलावा ब्लाक प्रमुख बीएन सिंह, श्याम लाल वर्मा, पूर्व नगर अध्यक्ष रामनरेश मौर्य फौजी, राकेश मोदनवाल, रामभरोस मिश्र, पुरोहित प्रेमनाथ दीक्षित, आरडी मौर्य, सुधीर सोनकर, वीरेंद्र सोनकर, सौरभ शुक्ला, विजय मिश्रा, राजू मौर्य, राजू जायसवाल, रामचंद्र मिश्र, रमेश सोनकर मौजूद रहे। मेले को सुचारु रूप से कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा। निरीक्षक मानिकपुर सुभाष यादव ने बताया कि मानिकपुर स्टाफ के अलावा मेले को संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की भी व्यवस्था की गई थी। एसडीएम कुंडा सतीश कुमार, सीओ अर्जुन सिंह भ्रमण करते दिखाई दिए।
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हाईवे पर जाम, फंसे वीआइपी भी
प्रशासन भले ही पूरी तरह चौकन्ना रहा, पर राम दल के निकलने के साथ राजमार्ग बाधित होता रहा। पहली बार अलीगंज चौराहे पर झांकियों के निकलते समय और दोबारा सभागंज बाजार के पास पहुंचने पर जाम लगा। उसके बाद बड़ी बाग मिलिट्री ग्राउंड के अंदर झांकियों के प्रवेश करते समय भी राजमार्ग बाधित हो गया। इसमें कई वीआइपी के वाहन भी फंसे रहे। उनको किसी तरह पुलिस ने पास कराया। पिछले वर्ष कोविड के कारण मेले की महज औपचारिकता ही की गई थी, इस वर्ष झांकियों की अधिक संख्या के कारण प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
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खूब खाए चोटहिया जलेबी
मेले के अंदर वैसे तो कई प्रकार की दुकानें लगी हुई हैं, पर गुड़ की बनी चोटहिया जलेबी सब पर भारी थी। मेले मैं आने वाले लोगों की नजर सिर्फ जलेबी पर ही रही। इसकी खरीदारी भी लोगों ने खूब की। कई ने गरम-गरम खाकर मेले का वास्तविक आनंद लिया।