असलहा फैक्ट्री मामले में कोतवाली में एटीएस ने जुटाए साक्ष्य
लालगंज कोतवाली लालगंज क्षेत्र के असरही गांव में सप्ताह भर पूर्व असलहा फैक्ट्री के हुए भंडाफ
लालगंज : कोतवाली लालगंज क्षेत्र के असरही गांव में सप्ताह भर पूर्व असलहा फैक्ट्री के हुए भंडाफोड़ के मामले में एटीएस की आगरा यूनिट ने शनिवार को देर शाम से लालगंज कोतवाली मे डेरा डाल रखा है। एटीएस के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम रविवार को भी फैक्ट्री से जुड़े साक्ष्य जुटाए। हालांकि एटीएस की जारी जांच के बिदुओं को लेकर लालगंज पुलिस ने चुप्पी साध रखी है, वहीं एटीएस की टीम भी कुछ नहीं बता रही है। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के असरही गांव में 13 जून को एटीएस की आगरा यूनिट ने लालगंज पुलिस के साथ छापा मारकर अवैध असलहे की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। एटीएस की आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह की तहरीर पर लालगंज कोतवाली पुलिस ने मुख्य सरगना स्वालीन उर्फ बबलू व उसके बेटे अखलीन, बिहार प्रदेश के मुंगेर के कारीगर शायल आलम उर्फ छोटू, मोहम्मद सरफराज आलम, मोहम्मद आजाद व गोरखपुर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के रेती चौक निवासी असलहा तस्कर तिरुपति नाथ वर्मा उर्फ गुड्डू गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया था। ब पुलिस ने मौके से दो रिवाल्वर, दो पिस्टल, दो अर्धनिर्मित बंदूक, 22 अर्धनिर्मित पिस्टल, 300 कारतूस, ड्रिल मशीन, अन्य उपकरण भी बरामद किए थे। इस बीच एटीएस आगरा के इंस्पेक्टर आलोक सिंह शनिवार देर शाम लालगंज कोतवाली पहुंचे और असलहा फैक्ट्री से जुड़े अन्य बिदुओं की जांच की। रविवार को भी एटीएस की टीम लालगंज कोतवाली में फैक्ट्री से संबंधित साक्ष्य और मुख्य आरोपित के आपराधिक रिकार्ड को इकट्ठा किया। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपितों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाने से एटीएस को असलहों के अवैध कारोबार से जुड़े कुछ और महत्वपूर्ण क्लू हाथ लगे है। कोतवाल रणजीत सिंह भदौरिया का कहना है कि असलहा फैक्ट्री से जुड़े मामले की छानबीन को लेकर एटीएस की टीम यहां आई है।