एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर, एनएचएम में शामिल करने की मांग, एएलएस का समर्थन
सरकारी एंबुलेंस के कर्मियों ने हड़ताल कर दी। तीन दिन से केवल एडवांस लाइफ सपोर्ट के कर्मी ही हड़ताल पर थे। सोमवार से अन्य सेवा के एंबुलेंस के पहिए भी थम गए। केवल तहसील स्तर पर एक-एक गाड़ी ही चल रही है। जिले में 102 सेवा की 40 एंबुलेंस हैं। 108 की 38 हैं व एडवांस लाइफ सपोर्ट श्रेणी की चार गाड़ियां चलती हैं। हुआ यह कि शासन स्तर पर करार करने वाली एजेंसी को बदल दिया गया। नई एजेंसी ने हर जिले में कर्मियों की छंटनी शुरू कर दी। इसका असर प्रतापगढ़ पर भी आने लगा। इस पर प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया।
जासं, प्रतापगढ़ : सरकारी एंबुलेंस के कर्मियों ने हड़ताल कर दी। तीन दिन से केवल एडवांस लाइफ सपोर्ट के कर्मी ही हड़ताल पर थे। सोमवार से अन्य सेवा के एंबुलेंस के पहिए भी थम गए। केवल तहसील स्तर पर एक-एक गाड़ी ही चल रही है। जिले में 102 सेवा की 40 एंबुलेंस हैं। 108 की 38 हैं व एडवांस लाइफ सपोर्ट श्रेणी की चार गाड़ियां चलती हैं। हुआ यह कि शासन स्तर पर करार करने वाली एजेंसी को बदल दिया गया। नई एजेंसी ने हर जिले में कर्मियों की छंटनी शुरू कर दी। इसका असर प्रतापगढ़ पर भी आने लगा। इस पर प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया।
एडवांस लाइफ सपोर्ट, पिरथीगंज हवाई पट्टी,
एडवांस लाइफ सपोर्ट के कर्मी एजेंसी के सबसे पहले शिकार बने तो उनके समर्थन में 102 व 108 के साथी भी आ गए। शहर में जगह न होने पर पिरथीगंज हवाई पट्टी पर एंबुलेंस ले जाकर खड़ी कर दी। धरने पर बैठकर नारे लगाने लगे। प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर तहसील स्तर पर एक-एक गाड़ी 108 की चलाई जा रही है, ताकि कोई अति गंभीर मरीज की जान न जाए। बाकी सेवाएं ठप हैं। धरने का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष मधुकर सिंह ने कहा कि कर्मियों को ठेका से मुक्त करके एनएचएम के अंतर्गत रखा जाए। अन्य कई मांगें भी हैं। धरने में शमशेर यादव, राज बहादुर यादव, संजय मौर्या, गौरव दुबे, बृजेश कुमार, राम नरेश यादव समेत कर्मचारी मौजूद रहे। प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने आडियो संदेश में कहा कि हड़ताल मजबूरी में कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि हमारे कारण कोई मरीज जान से जाए। इसलिए कुछ गाड़ियां चल भी रही हैं। ई रिक्शा, किराए के वाहनों से लाए गए मरीज
सोमवार को मरीज निजी व किराए के वाहनों से लाए गए। रानीगंज के संजय मां को टेंपो तो गड़वारा के ज्वाला प्रसाद मां को लेकर ई-रिक्शा से लेकर अस्पताल आए। मानधाता के रामेश्वर यादव को घर के लोग पड़ोसी की गाड़ी मांगकर लाए। उनका पैर टूट गया था। एंबुलेंस न चलने से सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं को हुई। शासन लेता रहा सीएमओ से रिपोर्ट
एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से गंभीर संकट आ गया। इस पर शासन अलर्ट है। पूरे दिन वह सीएमओ से अपडेट लेता रहा। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने एंबुलेंस सेवा के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन राज श्रीवास्तव व डीपीएम राजशेखर को बुलाकर यह प्रयास करते रहे कि हर ब्लाक स्तर पर कम से एक एंबुलेंस चल जाए। एंबुलेंस चालकों ने की नारेबाजी
संसू ,आसपुर देवसरा : विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस चालक यहां भी हड़ताल पर हैं । ऐसे में इमरजेंसी सेवा के लिए एक एंबुलेंस ही सीएचसी पर पट्टी में उपलब्ध है। स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है। तहसील क्षेत्र की सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एंबुलेंस के चालक हड़ताल पर हैं। निजी व प्राइवेट वाहन बने सहारा
संसू, लालगंज : लालगंज की सीएचसी, पीएचसी पर करीब 20 एंबुलेंस चालकों ने मांग की। तीमारदार परेशान दिखे। लोग निजी साधन से या फिर प्राइवेट वाहन से मरीजों को अस्पताल ले जाने में हलकान नजर आए। कुंडा प्रतिनिधि ने बताया कि कुंडा तहसील क्षेत्र में लोगों को भारी दिक्कतों सामना करना पड़ा।