जमीन के अभाव में एएचपी योजना धड़ाम
प्रतापगढ़ शहर व अंचल के लोगों की सहूलियत के लिए शासन ने एएचपी योजना की शुरुआत की। इसमे
प्रतापगढ़ : शहर व अंचल के लोगों की सहूलियत के लिए शासन ने एएचपी योजना की शुरुआत की। इसमें काशीराम कालोनी की तर्ज पर आवास, शौचालय, किचन व लॉबी बनाकर देने की योजना थी। मुख्य रोड पर 11 मीटर सड़क से जुड़ी जमीन पर इसे बनाने की योजना थी। चार साल से जमीन की तलाश हो रही थी, लेकिन नहीं मिली। ऐसे में अब यह योजना धड़ाम हो गई। अब भवन नहीं बनेगा। जमीन न मिलने की रिपोर्ट अफसरों को भेज दी गई है।
अफोडबल हाउसिग इन पार्टनरसिप के तहत करीब तीन बीघे में आवास बनाने की योजना जमीन के अभाव में धड़ाम हो गई है। वर्ष 2017 में शासन से पत्र भेजकर आवास विकास व जिला नगरीय विकास अभिकरण के अफसरों को निर्देशित किया गया कि जमीन की तलाश करके रिपोर्ट भेजें, ताकि फंड जारी किया जाए। दोनों विभाग के अफसरों ने शहर के सई नदी के पास, भुपियामऊ, रानीगंज, दहिलामऊ सहित अन्य कई स्थानों पर जमीन की तलाश की लेकिन मानक के अनुरूप जमीन नहीं मिली। यहां के अफसरों ने शासन को जमीन न मिलने की रिपोर्ट भेजी। बाद में शासन ने यह निर्णय लिया कि 11 मीटर के बजाय नौ मीटर जमीन वाले भूखंड की तलाश करके रिपोर्ट करें। करीब तीन साल तक जमीन की तलाश हुई, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंत में आवास विकास विभाग ने यह निर्णय लिया कि जिले में इस योजना के तहत भवन नहीं बनेगा। आवास विकास विभाग के परियोजना प्रबंधक एलपी गौड़ ने बताया कि जमीन न मिलने की रिपोर्ट शासन में भेजी गई है। --- करोड़ों की जमीन पर है कब्जा शहर में तमाम ऐसी सरकारी जमीन है जिन पर लोगों का कब्जा है। वह जमीन जिम्मेदारों के संज्ञान में है, लेकिन अफसरों ने उस जमीन की रिपोर्ट भेजी ही नहीं। करोड़ों की सरकारी जमीन पर इसे बनाया जा सकता था। इस तरह की कई ऐसी कीमती जमीनों पर अवैध तरीके से रसूखदारों का कब्जा है।