निलंबित भंडार नायक के हलफनामे से अफसरों में खलबली
प्रतापगढ़ पीसीएफ गोदाम से करोड़ों की डीएपी का गबन करने वाले निलंबित भंडार नायक संतोष
प्रतापगढ़ : पीसीएफ गोदाम से करोड़ों की डीएपी का गबन करने वाले निलंबित भंडार नायक संतोष कुमार द्वारा न्यायालय में दिए गए हलफनामे से अफसरों में खलबली च गई है। न्यायालय में हलफनामा देकर आरोपित संतोष कुमार ने कई तरह के आरोप लगाए हैं। उसके आरोपों में क्या सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही मालूम हो सकेगा। मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार चल रहे भंडार नायक संतोष कुमार को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ सकी। अपने अधिवक्ता के माध्यम से उसने जमानत की अर्जी दी थी। उसने विभागीय अफसरों पर भी तमाम तरह के आरोप लगाते हुए हलफनामा दिया है। हालांकि उसके जमानत की अर्जी पर अभी तक सुनवाई नहीं हो सकी। पीसीएफ के प्रबंधक धनंजय तिवारी का कहना है कि भंडार नायक अभी भी फरार है। अपने बचाव में वह हलफनामा दे रहा है। उसमें लगाए गए आरोप सच्चाई से परे हैं।
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खाता किया गया सीज, एटीएम भी ब्लाक
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : गबन करने वाले भंडार नायक पर महकमा सख्त रुख अपनाया है। एक ओर जहां उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है, वहीं दूसरी ओर उसके बैंक खाते को सीज करने के बाद एटीएम को ब्लॉक कर दिया गया है। इससे अब वह पैसा नहीं निकाल पाएगा।
पीसीएफ विभाग में संतोष कुमार भंडार नायक के पद पर तैनात था। उसने पांच करोड़ छह लाख की डीएपी का गबन कर लिया। जानकारी होने पर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया। उसे विभाग ने निलंबित भी कर दिया। वह पखवारे भर पहले से फरार चल रहा है। हाल में ही उसने हजारों रुपये एटीएम से निकाला था। इसकी जानकारी जब जिला प्रबंधक धनंजय तिवारी समेत को हुई तो उन्होंने आनन-फानन में एलडीएम से बात करके उसका खाता सीज कराया। इसके अलावा उसके एटीएम को भी ब्लाक करा दिया। आरोपित के पीएफ व जीपीएफ पर भी रोक लगा दी गई है। जांच पूरी होने के बाद ही वह पैसा निकाल पाएगा। पीसीएफ के जिला प्रबंधक ने बताया कि आरोपित के बैंक खाते को सीज करा दिया गया है। एटीएम को भी ब्लॉक कर दिया गया है।