पुलिस के लिए चुनौती बने हैं शातिरों के नए गैंग

जनपद में तेजी से उभर रहे बदमाशों के नए गैंग पुलिस के लिए चुनौती बने हैं। पिछले तीन बरस से लगातार लूट हत्या की घटनाओं से जिले में दहशत है। कभी हब्बू व तौकीर गैंग ने तबाही मचाई थी अब नए लड़के गैंग बनाकर घटना कर रहे हैं। उनके बारे में इनपुट खोजने में पुलिस को पसीना आ रहा है। देखा जाए तो दिसंबर को बदमाशों ने विश्वनाथगंज बाजार स्थित बड़ौदा ग्रामीण बैंक में डाका डाला था। 31 दिसंबर को बदमाशों ने जेल के हेड वार्डर की जेल रेलवे क्रासिग के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। 23 जनवरी 2019 को सदर बाजार में दुकान में घुसकर बदमाशों ने मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 04:59 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 04:59 PM (IST)
पुलिस के लिए चुनौती बने हैं शातिरों के नए गैंग
पुलिस के लिए चुनौती बने हैं शातिरों के नए गैंग

प्रतापगढ़ : जनपद में तेजी से उभर रहे बदमाशों के नए गैंग पुलिस के लिए चुनौती बने हैं। पिछले तीन बरस से लगातार लूट, हत्या की घटनाओं से जिले में दहशत है। कभी हब्बू व तौकीर गैंग ने तबाही मचाई थी, अब नए लड़के गैंग बनाकर घटना कर रहे हैं। उनके बारे में इनपुट खोजने में पुलिस को पसीना आ रहा है। देखा जाए तो दिसंबर को बदमाशों ने विश्वनाथगंज बाजार स्थित बड़ौदा ग्रामीण बैंक में डाका डाला था। 31 दिसंबर को बदमाशों ने जेल के हेड वार्डर की जेल रेलवे क्रासिग के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। 23 जनवरी 2019 को सदर बाजार में दुकान में घुसकर बदमाशों ने मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

उस घटना में तौकीर उसके साथी अतीक व अंसार ने अंजाम दिया था। फिर रंगदारी न देने पर बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी के बाद भी 31 मार्च 2019 को मार्बल व्यवसायी आशीष उमरवैश्य की दुकान पर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायर किया था। इसके बाद किराना व्यवसायी अंजनी कौशल, एक चिकित्सक व मिठाई कारोबारी पिटू मौर्य से रंगदारी मांगी गई थी। पुलिस के लिए सिरदर्द बने एक लाख के इनामी तौकीर को एसटीएफ लखनऊ ने छह जून 2019 को चिलबिला बाइपास पर एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इसके बाद घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा था। यही नहीं बड़े उद्यमियों से रंगदारी मांगने की घटनाएं भी चुनौती बनी हैं। रंगदारी न देने पर मार्च 2015 में दुकान में घुसकर बदमाश ने लोहा कारोबारी अमित केसरवानी पर फायर कर दिया था। गुस्साए हुए लोगों ने पीटकर बदमाश को मार डाला था। बाद में जून 2015 में घर में घुसकर बदमाश ने गोली मारकर अमित के पिता महादेव केसरवानी की जान ली थी। इस तरह की वारदातें करके शातिरों ने लोगों में अपना डर पैदा किया। इसी डर के बल पर वह अपना राज चलाने लगे। एसपी शिवहरी मीणा कहते हैं कि नए बदमाशों के गैग दर्ज करके उनकी निगरानी की जा रही है। बराबर नजर रखी जा रही है।

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