संड़वा खास में एक शिक्षक पर 80 बच्चों का भविष्य, कैसे हो पढ़ाई

अजगरा जिले में शिक्षा की बुनियाद शिक्षकों की कमी से दरक रही है। जागरण ने इस पर अभियान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:21 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:21 PM (IST)
संड़वा खास में एक शिक्षक पर 80 बच्चों का भविष्य, कैसे हो पढ़ाई
संड़वा खास में एक शिक्षक पर 80 बच्चों का भविष्य, कैसे हो पढ़ाई

अजगरा : जिले में शिक्षा की बुनियाद शिक्षकों की कमी से दरक रही है। जागरण ने इस पर अभियान चला रखा है। इस क्रम में गुरुवार को विकास खंड लक्ष्मणपुर अंतर्गत संविलियन विद्यालय संडवा खास की पड़ताल की गई। यहां नामांकित 80 बच्चों का पठन-पाठन सिर्फ एक अध्यापक के सहारे चल रहा है। यही नहीं बच्चे जीर्णशीर्ण विद्यालय की टूटी फर्श पर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। विद्यालय के एकमात्र शिक्षक व इंचार्ज प्रधानाध्यापक आलोक सिंह का कहना है कि ऐसे में बच्चों की पढ़ाई कराना परेशानी का सबब है। विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए मोरंग और मिट्टी से सनी टूटी फर्श व टूटी खिडकियां हैं। बाउंड्री विहीन परिसर में मवेशियों का जमावड़ा रहता है। शिक्षक सुबह स्कूल पहुंचते ही किसी तरह मवेशियों को परिसर से बाहर निकालते हैं। वे फिर आ जाते हैं। बेसहारा मवेशी शिक्षक के गले की फांस बने हुए हैं। प्रधानाध्यापक का कहना है कि समस्या के निदान को लेकर विभाग को अवगत कराया गया है।

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बच्चों को मिलीं पाठ्य पुस्तकें, शुरू हो सकेगी पढ़ाई

-जागरण प्रभाव-

फोटो 23 पीटीआई 02

संसू, पट्टी : परिषदीय विद्यालयों में आखिरकार पाठ्य पुस्तकों का वितरण शुरू हो गया है। जागरण लगातार इस पर खबरें प्रकाशित करता रहा कि बच्चों को पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल सकी हैं। खबरों को संज्ञान में लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार सिंह ने पट्टी क्षेत्र के स्कूलों में पाठ्यपुस्तकों का वितरण शुरू किया। उच्च प्राथमिक विद्यालय कुकुआर में उन्होंने स्वयं पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय बीबीपुर में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि स्वतंत्र कुमार सिंह राणा सिंह ने विद्यालय के बच्चों को पाठ्य पुस्तक वितरित किया। पुस्तकें पाकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। इस दौरान प्रधान प्रतिनिधि ने कहा कि शिक्षा के अधिकार कानून के तहत सभी बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी शासन की है। इसी क्रम में विद्यालय के बच्चों को निश्शुल्क पाठ्यपुस्तक प्रदान की जा रही है। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजें। यहां पर बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ उनके अन्य सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाता है। इसी के साथ ही उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों का आह्वान किया कि गाइडलाइन के अनुसार विद्यालय में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इस मौके पर प्रधानाध्यापक लालजी यादव, अध्यापक पवन गुप्ता सहित अन्य अभिभावक मौजूद रहे।

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