पराली जलाने पर 15 किसानों पर मुकदमा, पांच पर ढाई हजार का जुर्माना
प्रतापगढ़ जिले में अब तक पराली जाने के मामले में 15 किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका
प्रतापगढ़: जिले में अब तक पराली जाने के मामले में 15 किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। इसके साथ ही पांच पर ढाई-ढाई हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। कई और किसानों को भी चिह्नित भी किया गया है। इनके खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन द्वारा इस कार्रवाई से ग्रामीणों में खलबली मची है।
कुंडा प्रतिनिधि के मुताबिक तहसील क्षेत्र में धान की कटाई के बाद किसानों द्वारा पराली जलाकर वातारण को दूषित करने के मामले में तहसील प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। तहसील प्रशासन ने बाघराय थाना में पांच व महेशगंज थाना में एक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए पांच लोगों पर ढाई-ढाई हजार रूपये का जुर्माना लगाया है। बाघराय थाना क्षेत्र के करेला गांव में पराली जलाने के मामले में जांच के बाद लेखपाल मुन्ना लाल की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही सूर्यमणि शुक्ला पुत्र दुर्गा प्रसाद शुक्ला, रमेश पुत्र शंभू नाथ, शिव शंकर पुत्र मोहन, श्रीकृष्ण पुत्र राम लखन, शत्रुघ्न पुत्र शेषमणि एवं महेशगंज थाना क्षेत्र के डीह बलई गांव निवासी राम कृपाल पुत्र रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बाघराय पुलिस ने धारा 278 धारा 8 पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। वहीं एसडीएम ने महेशगंज थाना क्षेत्र के पटना गांव निवासी नवरंग सिंह पुत्र दिग्गज सिंह, दखवापुर गांव निवासी श्याम सुंदर पुत्र जगदीश नारायण, पूरे हरिकेश निवासी रामफेर पुत्र कल्लू, एवं बाघराय थाना क्षेत्र के खरैला गांव निवासी समुद्रा देवी पत्नी जगरूप, छोटेलाल पुत्र राजाराम पर ढाई-ढाई हजार का जुर्माना लगाया है। तहसीलदार राम जनम यादव ने बताया कि जुर्माना न जमा करने पर उक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पट्टी प्रतिनिधि के मुताबिक तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पराली खेतों में जलाने के मामले में लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने कुल नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें पांच लोगों के खिलाफ पट्टी कोतवाली में एवं चार लोगों के खिलाफ आसपुर देवसरा थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। तहसील प्रशासन द्वारा इन सभी के खिलाफ राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम, आईपीसी 180, 278 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इस कार्रवाई से पराली जलाने वालों में खलबली मच गई है। अब भी तहसील प्रशासन आधा दर्जन किसानों पर कार्रवाई की प्रक्रिया में लगा हुआ है। इस संबंध में एसडीएम डीपी सिंह का कहना है कि पराली जलाने वाले चिह्नित किसानों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इन किसानों पर कार्रवाई हुई है। उसके बाद भी लगभग आधा दर्जन किसान और चिह्नित किए गए हैं। जिनके ऊपर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।