अस्ताचलगामी सूर्य को महिलाओं ने अर्घ्य देकर किया पूजन
नेपाल सीमा समेत समूचे ट्रांस शारदा क्षेत्र में छठ महापर्व के अवसर पर जगह जगह बनी छठ वेदियों पर व्रतधारी महिलाओं ने पहुंच कर धूमधाम के साथ पूजा अर्चना की। अस्ताचल गामी सूर्यदेव को अर्घ्य देकर पूजन किया। छठ मैया के पर्व से क्षेत्र भक्तिमय हो उठा है।
पीलीभीत,जेएनएन : नेपाल सीमा समेत समूचे ट्रांस शारदा क्षेत्र में छठ महापर्व के अवसर पर जगह जगह बनी छठ वेदियों पर व्रतधारी महिलाओं ने पहुंच कर धूमधाम के साथ पूजा अर्चना की। अस्ताचल गामी सूर्यदेव को अर्घ्य देकर पूजन किया। छठ मैया के पर्व से क्षेत्र भक्तिमय हो उठा है।
छठ महापर्व के अवसर पर गुरुवार को क्षेत्र के गांव राणाप्रतापनगर, राजीवनगर, गौतमनगर, कुठिया गुंदिया, विजयनगर, श्रीनगर, मौरनिया गांधीनगर, अशोकनगर, शांतिनगर, रामनगर, नेहरूनगर, चंदनगर, शास्त्रीनगर, सिद्धनगर, टांगिया आदि गांव के किनारे पोखर, तालाब, सुतिया नाला, शारदा नाला के किनारे बनी छठ वेदियों पर 36 घंटे का निर्जला व्रत धारण करने वाली व्रतधारी महिलाओं ने नवीन वस्त्रों से सुसज्जित होकर प्रसाद के रूप में तरह-तरह के पकवान व मौसमी फल आदि से टोकरी सजाई। उसे सिर पर रखकर समूह के साथ छठ मैया का पारंपरिक गीत गाते हुए छठ बेदी स्थल पर पहुंची। विधि विधान, हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ पूजा अर्चना की। अस्ताचल गामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया। शनिवार को महिलाएं उदय होने पर सूर्य को अर्घ्य प्रदान करेंगी। इसी के साथ तीन दिवसीय छठ पर्व का पारायण हो जाएगा। पहले दिन नहाय खाय से व्रत प्रारंभ किया जाता है। 36 घंटे का महिलाओं को निर्जला उपवास रहना पड़ता है। गेहूं के आटे से ठेकुआ का प्रसाद बनाया जाता है। दूसरे दिन गुड़ या गन्ने के रस से खीर बनाई जाती है,जिसको खरना कहा जाता है। छठ महा पर्व को लेकर हजारा थाना प्रभारी निरीक्षक उमेश सिंह सोलंकी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुशील कुमार, दरोगा दिलेराम पाल पुलिस फोर्स के सुरक्षा की ²ष्टिगत से भ्रमण करते रहे।