प्राणवायु देने वाले पौधों का करेंगे रोपण

वृक्ष हमारे जीवन की धरोहर है। धरती पर मानव जाति के अलावा सभी जीव जंतुओं के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच हैं। प्रकृति ने वृक्ष अनमोल उपहार के रूप में दिए हैं। कोरोना काल में जब लोगों ने प्राणवायु का संकट महसूस किया तो नीम बरगद पीपल के वृक्ष इस संकट को दूर करने में सबसे बड़े मददगार साबित हुए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:23 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:23 PM (IST)
प्राणवायु देने वाले पौधों का करेंगे रोपण
प्राणवायु देने वाले पौधों का करेंगे रोपण

पीलीभीत,जेएनएन: वृक्ष हमारे जीवन की धरोहर है। धरती पर मानव जाति के अलावा सभी जीव जंतुओं के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच हैं। प्रकृति ने वृक्ष अनमोल उपहार के रूप में दिए हैं। कोरोना काल में जब लोगों ने प्राणवायु का संकट महसूस किया तो नीम, बरगद, पीपल के वृक्ष इस संकट को दूर करने में सबसे बड़े मददगार साबित हुए। कोविड-19 महामारी से देश ही नहीं पूरा विश्व पिछले वर्ष से संकट से जूझ रहा है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने पर बड़ी संख्या में लोग संक्रमण के शिकार हुए। अनेक लोग आक्सीजन की कमी से मौत के मुंह में समा गए। जनमानस को इस महामारी ने झकझोर कर रख दिया। ऐसे में लोगों को लगा कि मुफ्त में आक्सीजन देने वाले पेड़ जीवन के लिए कितने आवश्यक हैं। इस बार तमाम लोगों ने वन महोत्सव के दौरान प्राण वायु के साथ ही फल एवं छाया देने वाले वृक्षों के पौधे रोपित करने का निश्चय किया है। सहकारी चीनी मिल परिसर में तो जागरण के अभियान के प्रभावित होकर आम, नीम, बरगद, पाकड़ के फलदार व छायादार वृक्षों के पौधे लगाने का कार्य शुरू भी कर दिया गया है।

प्राणवायु देने वाले बरगद, नीम, पीपल, पाकड़, तुलसी, सहजन के पौधे लगाएंगे। चीनी मिल परिसर में इस तरह के कई पौधे रोपित किए जा चुके हैं। अब वन महोत्सव के दौरान भी लक्ष्य के अनुसार पौधे लगाए जाएंगे। सभी लोगों को हरियाली के साथ ही आक्सीजन देने वाले अधिक से अधिक पौधे लगाना चाहिए। जिससे पर्यावरण का सरंक्षण हो सके। हरी भरी धरती रहेगी तो जीवन भी रहेगा। भावी पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण मिले, यह जिम्मेदारी सभी को निभानी है।

एसएल पाल, प्रधान प्रबंधक सहकारी चीनी मिल

पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में वृक्ष सबसे बड़े मददगार होते हैं। कोरोना जैसी महामारी की दूसरी लहर के दौरान सभी को आक्सीजन का महत्व पता चल गया है। पेड़ हमें मुफ्त में आक्सीजन प्रदान करते हैं। पीपल, बरगद, नीम जैसे वृक्षों के पौधों को लगाने के लिए अभियान शुरू किया है। पौधारोपण के अभियान में सभी लोगों को बढ़-चढ़कर भागीदारी निभानी चाहिए।

श्याम बहादुर शर्मा, अध्यक्ष श्रमिक संघ चीनी मिल

पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं को भी अधिक से अधिक भागीदारी निभानी चाहिए। खासकर ज्यादा आक्सीजन देने वाली प्रजातियों के वृक्षों के पौधे लगाने चाहिए। वृक्ष इस धरती का श्रंगार होते हैं। जितनी हरी भरी धरती रहेगी, जीवन के लिए वातावरण उतना ही अच्छा रहेगा। इस बार वन महोत्सव के दौरान महिलाओं को प्रेरित करते अधिक से अधिक पौधे लगवाएंगे।

पुष्पा शर्मा, बीसलपुर

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