किसानों को भाया डीबीडब्ल्यू 187 प्रजाति का गेहूं बीज

पीलीभीतजेएनएन तराई के जिले में किसानों ने खेतों में पसीना बहाकर अनाज उत्पादन के मामले में प्रदेश में अलग पहचान बनाई है। यहां के प्रगतिशील किसान खेती में नए नए प्रयोग करते रहे हैं। यहां के ज्यादातर किसान एचडी 2967 प्रजाति के गेहूं की फसल करते हैं। इसमें प्रति एकड़ पैदावार 20 से 21 क्विंटल तक प्राप्त होती है। अभी हाल में ही आई नई प्रजाति डीबीडब्ल्यू 187 गेहूं बीज की गुणवत्ता वर्तमान में सबसे अच्छी मानी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:14 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:14 PM (IST)
किसानों को भाया डीबीडब्ल्यू 187 प्रजाति का गेहूं बीज
किसानों को भाया डीबीडब्ल्यू 187 प्रजाति का गेहूं बीज

पीलीभीत,जेएनएन : तराई के जिले में किसानों ने खेतों में पसीना बहाकर अनाज उत्पादन के मामले में प्रदेश में अलग पहचान बनाई है। यहां के प्रगतिशील किसान खेती में नए नए प्रयोग करते रहे हैं। यहां के ज्यादातर किसान एचडी 2967 प्रजाति के गेहूं की फसल करते हैं। इसमें प्रति एकड़ पैदावार 20 से 21 क्विंटल तक प्राप्त होती है। अभी हाल में ही आई नई प्रजाति डीबीडब्ल्यू 187 गेहूं बीज की गुणवत्ता वर्तमान में सबसे अच्छी मानी जा रही है। जिले के प्रगतिशील किसानों ने नई प्रजाति के बीज को हाथोंहाथ लिया है। इस बार जिले में करीब आठ हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में इस नई प्रजाति के गेहूं बीज की बुवाई की गई है।

शासन की ओर इस साल जिले में 1 लाख 42 हजार 288 हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य दिया है। जिला कृषि अधिकारी डा. विनोद कुमार यादव के अनुसार जिले में अब तक लक्ष्य के सापेक्ष 83 फीसद रकबा में गेहूं की बुवाई हो चुकी है। अब सिर्फ उन्हीं किसानों की बुवाई शेष रह गई है जो पेड़ी गन्ना की फसल कटाई के बाद खाली हुए खेतों में गेहूं बोते हैं। इस माह के अंत तक गेहूं बुवाई का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो किसान पिछले महीने गेहूं की बुवाई कर चुके हैं। वे अब फसल में पहली सिचाई की तैयारी में जुट गए हैं। इसके साथ ही किसानों को यूरिया के उपयोग की आवश्यकता पड़ेगी। जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध है। सहकारी समितियों से लेकर इफ्को बिक्री केंद्रों तथा प्राइवेट दुकानों पर यूरिया खाद उपलब्ध है। उधर, राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार इस बार जिले में करीब आठ हजार हेक्टेयर रकबा में नई प्रजाति के गेहूं बीज डीबीडब्ल्यू 187 की बुवाई की गई है। उस प्रजाति के बीज की उत्पादकता सबसे अच्छी है। एचडी 2967 प्रजाति के गेहूं बीज की तुलना में नई प्रजाति के इस बीज से किसानों को प्रति एकड़ 24 से 25 क्विंटल तक पैदावार मिलेगी। एचडी 2967 प्रजाति के बीज से 20 से 21 क्विटल पैदावार मिलती है। ऐसे में अगले साल नई प्रजाति के बीज के प्रति और भी किसान आकर्षित होंगे।

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