दूध बेचने गए थे.. बाढ़ में घिर गए, तीन दिन से पेड़ पर अटके
पीलीभीतजेएनएन छह ग्रामीण तीन दिन से एक पेड़ पर अटके हैं..उनके चारों तरफ शारदा नदी का अथाह जल हिलोरे मार रहा है। भूखे-प्यासे वे एक-दूसरे को हौसला बंधा रहे हैं.. संकट की इस घड़ी में उनकी ओर से वायरल वीडियो प्रशासन के अफसरों तक पहुंच चुका है। उनके प्राणों की रक्षा के लिए टीमें भी रवाना हो गई हैं। लेकिन लोकेशन ट्रेस होने के बाद शारदा नदी का तेज प्रवाह अभी रास्ते का रोड़ा बना हुआ है।
पीलीभीत,जेएनएन : छह ग्रामीण तीन दिन से एक पेड़ पर अटके हैं..उनके चारों तरफ शारदा नदी का अथाह जल हिलोरे मार रहा है। भूखे-प्यासे वे एक-दूसरे को हौसला बंधा रहे हैं.. संकट की इस घड़ी में उनकी ओर से वायरल वीडियो प्रशासन के अफसरों तक पहुंच चुका है। उनके प्राणों की रक्षा के लिए टीमें भी रवाना हो गई हैं। लेकिन लोकेशन ट्रेस होने के बाद शारदा नदी का तेज प्रवाह अभी रास्ते का रोड़ा बना हुआ है।
हजारा थाना क्षेत्र के गांव नवरसा निवासी जलालुद्दीन, रमजानी, हसन, मोहित, अरशद आदि दूध बेचने का व्यवसाय करते हैं। सोमवार को ये सभी दूधिये कंबोजनगर पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव टांगिया में दूध बेचने गए थे। वापसी के दौरान टांगिया के गांव के पास ही अचानक शारदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। नदी में बाढ़ आ जाने के कारण इन लोगों को निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला। ऐसे में ये सभी लोग पेड़ पर चढ़ गए। पूरी रात भूखे प्यासे रहकर गुजारी। मंगलवार को भी दूर-दूर तक उन्हें सिर्फ पानी नजर आया। कहीं कोई मदद का सहारा न देखकर इन लोगों ने मोबाइल से अपना वीडियो बनाया। इस वीडियो को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को भेजकर खुद के फंसे होने की जानकारी दी। यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। हजारा के थाना प्रभारी हरीशवर्द्धन सिंह ने बुधवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे बताया कि पेड़ पर चढ़े ग्रामीणों को रेस्क्यू करके लाने को टीम रवाना हो गई है। जल्द ही सभी ग्रामीण सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए जाएंगे।
वर्जन
कंबोजनगर क्षेत्र में कुछ लोगों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी मिली है। उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए एसएसबी और एसडीआरएफ की टीम रवाना कर दी गई है। शारदा नदी में प्रवाह तेज है, लेकिन जल्द ही उन्हें सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
-पुलकित खरे, जिलाधिकारी, पीलीभीत