बीसलपुर में डेंगू से किराना व्यापारी समेत दो की मौत

पीलीभीतजेएनएन जिले के बीसलपुर नगर के मुहल्ला दुर्गा प्रसाद में डेंगू की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गईलेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोई सूचना नहीं है। जनपद डेंगू से तप रहा है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मनमाने रवैये से काम कर रहे हैं जिस कारण जनपद का एकीकृत रोग निगरानी तंत्र (आइडीएसपी सेल) डैमेज हो चुका है। यही कारण है कि सोमवार को बीसलपुर निवासी दो लोगों की डेंगू से मौत होने की सूचना मंगलवार शाम तक सीएमओ दफ्तर में किसी को नहीं थी। संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. अश्वनी गुप्ता ने डेंगू से हुई दो मौतों पर अनभिज्ञता जताई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:04 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:04 AM (IST)
बीसलपुर में डेंगू से किराना व्यापारी समेत दो की मौत
बीसलपुर में डेंगू से किराना व्यापारी समेत दो की मौत

पीलीभीत,जेएनएन: जिले के बीसलपुर नगर के मुहल्ला दुर्गा प्रसाद में डेंगू की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई,लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोई सूचना नहीं है। जनपद डेंगू से तप रहा है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मनमाने रवैये से काम कर रहे हैं, जिस कारण जनपद का एकीकृत रोग निगरानी तंत्र (आइडीएसपी सेल) डैमेज हो चुका है। यही कारण है कि सोमवार को बीसलपुर निवासी दो लोगों की डेंगू से मौत होने की सूचना मंगलवार शाम तक सीएमओ दफ्तर में किसी को नहीं थी। संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. अश्वनी गुप्ता ने डेंगू से हुई दो मौतों पर अनभिज्ञता जताई।

बीसलपुर नगर में डेंगू बुखार से पीड़ित दो लोगों की मौत हो गई है। एक किराना व्यापारी था जबकि दूसरी महिला थी। किराना व्यापारी की मौत के कारण शोक में बाजार बंद है। नगर के मुहल्ला दुर्गा प्रसाद निवासी थोक किराना व्यापारी गौरव को कई दिनों से बुखार आ रहा था। पहले उनका इलाज निजी चिकित्सक के यहां चलता रहा। चिकित्सक की सलाह से ही एक प्राइवेट लैब में सैंपल की जांच कराई गई तो डेंगू की पुष्टि हुई। शुक्रवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई। तब स्वजन इलाज के लिए बरेली ले गए। वहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। गत दिवस वहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। स्वजन उन्हें लेकर लखनऊ जा रहे थे लेकिन किराना व्यापारी ने रास्ते में दम तोड़ दिया। मंगलवार की सुबह जब इसकी जानकारी अन्य व्यापारियों को हुई तो शोक में किराना बाजार बंद हो गया। उधर इसी मुहल्ले की राजेश्वरी देवी की भी डेंगू से मौत होना बताया गया है। पति तोताराम के अनुसार इनकी भी जांच प्राइवेट लैब में कराई गई थी। जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि होने के बाद उन्हें भी बरेली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां फायदा न होने के कारण स्वजन लखनऊ ले जा रहे थे। रास्ते में महिला की मौत हो गई। हालांकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. ठाकुरदास का कहना है कि डेंगू से दो लोगों की मौत होने संबंधी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। दो दिन पहले ही डेंगू के 18 मरीज मिल चुके हैं। जिले में डेंगू के सक्रिय मरीजों की संख्या 87 हो चुकी है। सीएचसी में किट व जांच की सुविधा नहीं : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बीसलपुर का हाल भी कम बेहाल नहीं है। सीएचसी में डेंगू की जांच करने के लिए किट ही उपलब्ध नहीं हैं। क्षेत्र में हुई दो मौतों की जानकारी सीएचसी के आला अधिकारियों को भी पूरे दिन नहीं हो सकी। जब जानकारी हुई तो न ही संबंधित क्षेत्र में टीम भेजी गई और न ही मुख्यालय पर सूचना देने की जहमत उठाई गई। यह हाल तब है जब सोमवार शाम से ही पूरे नगर में शोक की लहर छाई है व सोशल मीडिया पर शोक संदेश भेजे जा रहे हैं।

सैंपल नहीं भेजा गया लखनऊ: शासन स्तर से सीएमओ को स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी सरकारी व प्राइवेट लैब में एनएस वन या आइजीजी या आइजीएम सक्रिय पाए जाने वाले सीरम को एकत्र कर एलाइजा जांच अवश्य कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर गंभीर नहीं है इसी कारण प्राइवेट लैब से डाटा एकत्र नहीं हो पा रहा है। शुक्रवार को बीसलपुर की एक निजी लैब में मुहल्ला दुर्गाप्रसाद निवासी गौरव गुप्ता के सीरम में डेंगू सक्रिय पाया गया था। यह सीरम एलाइजा जांच के लिए आज तक सीएमओ कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। गौरव इलाज कराने के लिए बरेली के खुशलोक अस्पताल चले गए और वहां डेंगू से मौत हो गई। इनसेट--

निजी अस्पताल व लैब नियंत्रण से बाहर

सीएमओ कार्यालय में तैनात अधिकारियों की तरफ से निजी अस्पतालों व लैब को खुली छूट मिली हुई है। कुछ अस्पतालों व लैब को छोड़ दें तो डेंगू सक्रिय केस का रिकार्ड किसी अन्य प्राइवेट लैब व अस्पताल से सीएमओ कार्यालय में नहीं आ रहा है। सीएमओ कार्यालय की तरफ से भी इसके लिए कोई खास सख्ती नहीं की जा रही। यही कारण है कि महकमा अब तक केवल 87 केसों व एक भी मौत न होने की पुष्टि कर रहा है। अगर सभी जगह से रिकार्ड एकत्र किया जाए तो डेंगू के केसों व डेंगू से होने वाली मौतों में उछाल आना निश्चित है। बीसलपुर, न्यूरिया, बरखेड़ा, ललौरीखेड़ा व शहर के कई क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप अधिक है। वर्जन--

जनपद में डेंगू का कोई नया केस सामने नहीं आया है। डेंगू से किसी मौत की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। बीसलपुर में दो लोगों की मौत के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

- डॉ. अश्वनी गुप्ता, नोडल अधिकारी संचारी रोग नियंत्रण

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