गन्ने के खेत में छिपी बाघिन, वन कर्मी कर रहे निगरानी

माधोटांडा गांव के निकट पहुंची बाघिन दिनभर गन्ने के खेत में छिपी रही। सोमवार की शाम बाघिन खेत से बाहर निकलकर चहलकदमी करते दिखाई दी। टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी के कर्मचारियों की टीम वहां लगातार निगरानी कर रही है। टाइगर रिजर्व के डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने भी मौके का मुआयना कर टीम को निर्देशित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 11:19 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 11:19 PM (IST)
गन्ने के खेत में छिपी बाघिन, वन कर्मी कर रहे निगरानी
गन्ने के खेत में छिपी बाघिन, वन कर्मी कर रहे निगरानी

पीलीभीत,जेएनएन : माधोटांडा गांव के निकट पहुंची बाघिन दिनभर गन्ने के खेत में छिपी रही। सोमवार की शाम बाघिन खेत से बाहर निकलकर चहलकदमी करते दिखाई दी। टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी के कर्मचारियों की टीम वहां लगातार निगरानी कर रही है। टाइगर रिजर्व के डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने भी मौके का मुआयना कर टीम को निर्देशित किया है।

रविवार सुबह बाघिन ने दो बेसहारा बछड़ों को शिकार बना डाला था। देर शाम एक बछडे़ का शव गन्ने के खेत में उठा ले गई। वन विभाग की टीम पूरी रात बाघिन की निगरानी करती रही। गन्ने मे छिपी बाघिन की जानकारी सोमवार सुबह टाइगर रिजर्व के डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने मौके पर पहुंच कर ली। उन्होंने बाघिन की निगरानी कर रही टीम को आवश्यक निर्देश दिए।

काफी दिनों से बाघ बाघिन खारजा नहर पर विचरण देखे जा रहे थे। उनके भय से किसानों ने खेतों पर जाना छोड़ रखा है।वहीं मजदूर भी गन्ना की कटाई छिलाई का जोखिम नहीं ले रहे हैं। शनिवार रात को एक बाघिन खारजा नहर से खेतों मे होकर देवीपुर माइनर को पार करके माधोटांडा में वह करीब आधा किमी उत्तर दिशा मे ठंडेश्वरी बाबा के मंदिर जा पहुंची। रविवार सुबह करीब वाले खेत में दो बेसहारा बछड़ों पर हमला कर मार दिया। सूचना पर आए वन कर्मचारियों ने बछड़ों के शवों को गढ्डा खोदकर दफन करा दिया। रात को बाघिन ने एक बछडे़ का शव बाहर निकल लिया। काफी देर तक वह उसे खाती रही। बाद में शव को गन्ने के खेत मे उठा ले गई। निगरानी टीम में एसडीओ प्रवीन खरे, एसडीओ हेमंत कुमार, रेंजर मोहम्मद अयूब मंसूरी शामिल हैं।

रास्ते में बाघ देख पति संग लौटीं एएनएम

गजरौला : टाइगर रिजर्व माला रेंज की गोयल कालोनी के माला रेलवे स्टेशन मार्ग पर सोमवार की शाम करीब साढ़े चार बजे बाघ पुलिया के पास खड़ा हो गया। इस दौरान जंगल के रास्ते से जा रहे राहगीर बाघ को देखकर भाग गए। करीब आधा घंटा तक मार्ग पर आवाजाही बंद रही। इस बीच अजय राय पत्नी एएनएम मोहिनी के साथ गोयल कालोनी से गोयल कालोनी मार्ग से घर आ रहे थे तभी गोयल कालोनी की पुलिया के पास मार्ग पर बाघ खड़ा देखकर वे घबराकर लौट गए। वन दारोगा मोहम्मद आरिफ ने बताया कि ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है।

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