जलस्तर घटा तो दिखने लगा तबाही का मंजर

पीलीभीतजेएनएन बाढ़ के बाद अब घरों का पानी उतरते ही सीमावर्ती गांवों में चारों तरफ तबाही का मंजर दिखने लगा। बाढ़ से प्रभावित गांवों में सैकड़ों घर बाढ़ की चपेट में आकर गिर गए। कुछ घर अभी गिरने की कगार पर हैं। घरों का सामान भी बाढ़ की चपेट में आ गया। अधिकतर लोगों की झोपड़ियां बाढ़ के प्रभाव से नष्ट हो गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:24 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:24 PM (IST)
जलस्तर घटा तो दिखने लगा तबाही का मंजर
जलस्तर घटा तो दिखने लगा तबाही का मंजर

पीलीभीत,जेएनएन : बाढ़ के बाद अब घरों का पानी उतरते ही सीमावर्ती गांवों में चारों तरफ तबाही का मंजर दिखने लगा। बाढ़ से प्रभावित गांवों में सैकड़ों घर बाढ़ की चपेट में आकर गिर गए। कुछ घर अभी गिरने की कगार पर हैं। घरों का सामान भी बाढ़ की चपेट में आ गया। अधिकतर लोगों की झोपड़ियां बाढ़ के प्रभाव से नष्ट हो गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया। नेपाल के सीमावर्ती गांवों में बाढ़ के बाद अब घरों का पानी उतर गया। घरों से पानी उतरने के बाद अब तबाही का मंजर साफ दिखने लगा है। चारों ओर बाढ़ से नष्ट सामान बिखरा पड़ा। घर बाढ़ की चपेट में आकर ढह गए। पशुशालाओं से पशु भी बाढ़ में वह कर चले गए। सुंदरनगर, बंदरभोज, नौजलहा, नलड़ेंगा, नगरिया खुर्द कला, रमनगरा पुरैना व महाराजपुर समेत एक दर्जन गांवों में बाढ़ के बाद अब तबाही का मंजर साफ-साफ नजर आने लगा है। ग्रामीण अपने नष्ट सामान को निकाल कर साफ करने की कोशिश कर रहे हैं। बाढ़ से आई तबाही से हजारों एकड़ फसल नष्ट हो गई। व्यापारियों की दुकानों में भी बाढ़ का पानी घुस गया। लाखों रुपये का सामान नष्ट हो गया। मुर्गी पालन कर रहे लोगों की लाखों रुपये के मुर्गे भी पानी में बह गए। शारदा नदी के पार जानवरों का पालन कर रहे लोगों के सैकड़ों दूधवाले पशु भी शारदा नदी में समा गए। गोरख डिब्बी, गुन्हान व थारूपट्टी में अभी भी लोग भुखमरी के कगार पर हैं। तहसील प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भेजी जा रही है। सीडीओ प्रशांत कुमार ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया। कलीनगर एसडीएम योगेश कुमार गौड़ ने बताया ग्रामीणों के लिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। स्वास्थ टीमों को भी क्षेत्र में सक्रिय कर दिया गया है। बाढ़ के चपेट में आकर हम लोगों के घर नष्ट हो गए हैं। रहने के कोई साधन नहीं है। सरकार को चाहिए कि हम लोगों की मदद करें।

-कुसुम सरकार। पूरी तरीके से बर्बादी के कगार पर आकर खड़े हो चुके हैं। फसल भी नष्ट हो गई घर में खाने के लिए अन्न का दाना भी नहीं बचा है। अब हम क्या करें।

- प्रभाती।

प्रशासन की ओर से तो राहत सामग्री पहुंचाई गई, लेकिन क्षेत्र के नेताओं ने हमारी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। नेताओं को भी आगे आकर हमारी मदद करनी चाहिए।

- जय प्रकाश तहसील प्रशासन की ओर से गरीब घरों का सर्वे तो कर लिया गया है, लेकिन अब जल्द कोई राहत मिल जाए तो हम लोग फिर से बसेरा बना लें।

- दीपक भक्त।

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