बाघ ने खेत पर बैलों के पर हमले का किया प्रयास

पीलीभीतजेएनएन खेत पर गए किसान के बैलों पर बाघ ने हमले का प्रयास किया। बचाने के प्रयास पर वह किसान पर भी झपट्ट पड़ा। बमुश्किल शोर शराबा कर बाघ को खदेड़ा जा सका। बाघ को लेकर किसान काफी भयभीत हैं। खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:30 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:30 PM (IST)
बाघ ने खेत पर बैलों के पर हमले का किया प्रयास
बाघ ने खेत पर बैलों के पर हमले का किया प्रयास

पीलीभीत,जेएनएन : खेत पर गए किसान के बैलों पर बाघ ने हमले का प्रयास किया। बचाने के प्रयास पर वह किसान पर भी झपट्ट पड़ा। बमुश्किल शोर शराबा कर बाघ को खदेड़ा जा सका। बाघ को लेकर किसान काफी भयभीत हैं। खेतों की तरफ जाने से कतराने लगे हैं।

हजारा क्षेत्र के गांव भरतपुर के मौजा अयोध्यापुरी निवासी रमेश कुमार शुक्रवार को अपने बैल को लेकर खेत पर काम करने गए थे। अचानक बाघ निकल आया। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ ने अचानक बैलों के पास आकर हमले का प्रयास किया। रमेश ने बचाव का प्रयास किया तो बाघ उसपर भी झपट पड़ा। बमुश्किल भागकर किसान ने जान बचाई। मामले की सूचना पर आस पड़ोस के अलावा गांव से बड़ी संख्या में लोग लाठी डंडा और टैक्टर आदि लेकर पहुंच गए। इस बीच बाघ गन्ने आदि में छिप गया। सम्पूर्णानगर के वन क्षेत्राधिकारी आरपीएस रौतेला ने बताया कि गुरुवार को एक बैल पर वन्यजीव के हमले की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को इस तरह की कोई सूचना नहीं हैं। बाघ के निशान देखे जा रहे हैं। उसकी निगरानी कराई जाएगी। ग्रामीणों को सर्तक रहने को कहा है।

तीन नेपाली हाथी नदी पार कर रात में मझारा पहुंचे

रमनगरा पूरनपुर : शारदा नदी पार कर पहुंचे तीन नेपाली हाथी पूरे दिन जंगल में मौजूद रहे। निगरानी के लिए टीम लगी रही। शाम के समय खेतों में पहुंचकर उन्होंने काफी नुकसान पहुंचाया। लगातार हाथी आने से किसान परेशान है।

शारदा नदी पार थारू पट्टी और गोरख डिब्बी में उत्पात मचाने वाले हाथी अब शारदा नदी पार कर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे खेतों में पहुंच रहे हैं। रूकने के बाद फिर वह वापस हो जाते हैं। गुरुवार की रात को हाथी नदी पार कर पीलीभीत टाइगर रिजर्व की बराही रेंज से सटे मझारा गांव की तरफ पहुंच गए। इसकी जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो उन में खलबली मच गई। हाथियों ने फसल को नुकसान पहुंचाया। रात में ही सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची और उनकी निगरानी को जुट गई। बराही के वन क्षेत्राधिकारी वजीर हसन ने बताया कि नेपाली हाथी आए थे। वह वापस नहीं जा पाए हैं। अभी भी जंगल में ही हैं। जल्द ही नेपाल की तरफ खदेड़ा जाएगा। हालांकि कोई नुकसान नहीं किया है।

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