बाघ हमले के चश्मदीद विकास के बयान दर्ज
बाघ हमले की घटना के चश्मदीद विकास से वन विभाग की टीम ने पूछताछ करते हुए उसके बयान दर्ज किए हैं। हालांकि अभी भी वह दहशत के कारण ज्यादा कुछ बता नहीं सका। उधर घटना स्थल और उसके आसपास जंगल में 20 कैमरे गत दिवस ही लगा दिए गए थे लेकिन फिलहाल उनमें कोई तस्वीर कैद नहीं हुई। बुधवार को फिर कैमरों के फुटेज देखे जाएंगे।
पीलीभीत,जेएनएन : बाघ हमले की घटना के चश्मदीद विकास से वन विभाग की टीम ने पूछताछ करते हुए उसके बयान दर्ज किए हैं। हालांकि अभी भी वह दहशत के कारण ज्यादा कुछ बता नहीं सका। उधर, घटना स्थल और उसके आसपास जंगल में 20 कैमरे गत दिवस ही लगा दिए गए थे लेकिन फिलहाल उनमें कोई तस्वीर कैद नहीं हुई। बुधवार को फिर कैमरों के फुटेज देखे जाएंगे।
पिछले साल टाइगर रिजर्व के माला रेंज में मानव-वन्यजीव संघर्ष की ताबड़तोड़ घटनाएं हुईं। अब दियोरिया रेंज में बाघ के हमले में दो लोग मारे जाने की घटना हो गई। दो साल पहले इसी रेंज में एक बाघिन को तब भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया था, जब उसके हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई थी। तीन साल पहले महोफ रेंज में मानव-वन्यजीव संघर्ष की कई घटनाएं हुईं। सेव इन्वायरमेंट सोसायटी के सचिव तहसीन हसन खान के अनुसार जंगल में लोग न जाएं, इसके प्रति अभी भी जागरूकता की कमी है। इसके लिए अभियान चलाया जाए। अगर बाघ जंगल के बाहर खेतों में दिखे तो किसी तरह की हरकत न करें बल्कि वन विभाग को तुरंत इसकी सूचना दें। विश्व प्रकृति निधि के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार के अनुसार जंगल किनारे के गांवों में बाघ मित्रों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। उधर, टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल के अनुसार कैमरे से अभी कोई फुटेज नहीं मिले हैं। बुधवार को फिर कैमरे देखे जाएंगे। जिस युवक ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी, उससे घटना के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए बयान दर्ज किए गए लेकिन वह युवक अभी तक दहशत से पूरी तरह उबरा नहीं है। इसलिए कोई विशेष जानकारी नहीं दे सका। उन्होंने बताया कि कैमरे में फुटेज देखे जाने के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।