कमल शर्मा ने राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होकर बढ़ाया गौरव
पीलीभीतजेएनएन तराई के जिले के लिए यह गर्व की बात है कि यहां की मिट्टी में जन्म पले-बढ़े दो प्रतिभावान युवाओं को राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होने का अवसर मिला। पहले मझारा निवासी अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सिमरनजीत सिंह को राष्ट्रपति के हाथों देश का प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड मिला। अब ²ष्टिबाधित खिलाड़ी कमल शर्मा को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर राष्ट्रपति ने सम्मानित करते हुए एक लाख की धनराशि शील्ड व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
पीलीभीत,जेएनएन : तराई के जिले के लिए यह गर्व की बात है कि यहां की मिट्टी में जन्म, पले-बढ़े दो प्रतिभावान युवाओं को राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होने का अवसर मिला। पहले मझारा निवासी अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सिमरनजीत सिंह को राष्ट्रपति के हाथों देश का प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड मिला। अब ²ष्टिबाधित खिलाड़ी कमल शर्मा को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर राष्ट्रपति ने सम्मानित करते हुए एक लाख की धनराशि, शील्ड व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मान समारोह का आयोजन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से किया गया। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुल 59 लोग सम्मानित हुए। शहर से सटे ग्राम बरहा निवासी ²ष्टिबाधित खिलाड़ी कमल शर्मा भी शामिल हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से सम्मानित होने के बाद कमल ने दूरभाष पर जागरण को बताया कि राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने का क्षण ऐतिहासिक रहा। सभी प्रतिभागियों से राष्ट्रपति ने संक्षिप्त बातचीत भी की। कमल के अनुसार राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि आपने तो बहुत जल्दी ये अवार्ड ले लिया। तब कमल ने जवाब दिया कि सर, अवसर मिला तो प्रतिभा का प्रदर्शन कर सका। साथ में मौजूद कमल के पिता का कहना है कि बेटे को राष्ट्रपति जब सम्मानित कर रहे थे तो वह क्षण उनके लिए बड़ा अद्भुत रहा। वह अपनी खुशी को व्यक्त करते हुए भावुक हो गए। कमल का कहना है कि इस नई उपलब्धि से हौसला और बढ़ा है। ब्लाइंड खेलों में वह आगे और अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास करेगा। राष्ट्रपति के शब्दों से उसे बहुत प्रेरणा मिली है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम में जाने के लिए कमल और उनके पिता को जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देश पर कार से बरेली एयरपोर्ट पहुंचाया गया था। बरेली से दिल्ली तक हवाई जहाज से जाने और आने का टिकट सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से प्रदान किया गया। समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. वीरेंद्र सिंह, राज्यमंत्री रामदास अठावले आदि मौजूद रहे।