नवजात को जंगल में फेंक गई मां, पुलिस ने गले लगाया

जिस मां ने नौ महीने गर्भ में रखा वह न जाने क्यों निर्दयी हो गई। नवजात ने दुनिया में आकर आंखें खोलीं तो मां ने उसे जंगल में फेंक दिया। सुनसान में कोई जानवर उस मासूम को निवाला बनाता इससे पहले खाकी वर्दी में उसे जीवनदान देने वाला पहुंच गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 11:10 PM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 11:10 PM (IST)
नवजात को जंगल में फेंक गई मां, पुलिस ने गले लगाया
नवजात को जंगल में फेंक गई मां, पुलिस ने गले लगाया

पीलीभीत,जेएनएन : जिस मां ने नौ महीने गर्भ में रखा, वह न जाने क्यों निर्दयी हो गई। नवजात ने दुनिया में आकर आंखें खोलीं तो मां ने उसे जंगल में फेंक दिया। सुनसान में कोई जानवर उस मासूम को निवाला बनाता, इससे पहले खाकी वर्दी में उसे जीवनदान देने वाला पहुंच गया। राहगीर की सूचना पर पहुंचे दारोगा ने बच्ची को सीने से लगाया। अस्पताल में भर्ती कराया। देर शाम बच्ची की हालत ठीक बताई गई, मगर अभी कुछ दिन वह अस्पताल में ही रहेगी।

शुक्रवार सुबह करीब सात बजे टाइगर रिजर्व के माला रेंज के जंगल में देवीपुरा निवासी रामकिशोर कटना नदी के पुल से गुजर रहे थे। अचानक उन्हें किसी बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने देखा तो झाड़ियों में नवजात पड़ी हुई है। वह तुरंत रिछोला पुलिस चौकी गए, वहां दारोगा धर्मेद्र को जानकारी दी। महिला सिपाही को साथ लेकर मौके पर पहुंचे दारोगा ने बच्ची को झाड़ियों से बाहर निकाला। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। इसके बाद दो सिपाहियों को आसपास के गांवों में भेजा। कई जगह मालूम किया गया, मगर पता नहीं चला कि नवजात को किसने जन्म दिया और जंगल में क्यों फेंक दिया। शाम को दारोगा दोबारा अस्पताल पहुंचे। डाक्टरों ने बताया कि बच्ची स्वस्थ है। कुछ दिन भर्ती रखेंगे। इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को भेजी गई है। बच्ची की अस्पताल से छुट्टी होने के बाद उसके पालने के बारे में समिति निर्णय लेगी। मालूम हो कि इससे पहले भी जिले में मासूम को फेंकने की कई घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं।

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