आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच कोविड अस्पताल में होगी शुरू

पीलीभीतजेएनएन कोरोना संक्रमण के लिए आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच जनपद में शुरू होने जा रही है। तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एलटू कोविड अस्पताल के ऊपरी तल पर बनी बायो सेफ्टी लैब (बीएसएल-2) में मशीनों को इंस्टाल कर अंतिम रूप दिया जा रहा है। उम्मीद है कि बुधवार को ड्राई रन (पूर्वाभ्यास यानी परीक्षण) आयोजित कर लैब संचालन के लिए प्रमाण-पत्र हासिल करने का आवेदन किया जाएगा। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) नई दिल्ली से प्रमाण-पत्र प्राप्त होते ही आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच जनपद में ही शुरू हो जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 10:37 PM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 10:37 PM (IST)
आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच कोविड अस्पताल में होगी शुरू
आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच कोविड अस्पताल में होगी शुरू

पीलीभीत,जेएनएन: कोरोना संक्रमण के लिए आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच जनपद में शुरू होने जा रही है। तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एलटू कोविड अस्पताल के ऊपरी तल पर बनी बायो सेफ्टी लैब (बीएसएल-2) में मशीनों को इंस्टाल कर अंतिम रूप दिया जा रहा है। उम्मीद है कि बुधवार को ड्राई रन (पूर्वाभ्यास यानी परीक्षण) आयोजित कर लैब संचालन के लिए प्रमाण-पत्र हासिल करने का आवेदन किया जाएगा। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) नई दिल्ली से प्रमाण-पत्र प्राप्त होते ही आरटी-पीसीआर नमूनों की जांच जनपद में ही शुरू हो जाएगी।

जागरण की खबरों का दिखा असर: बीएसएल-2 लैब के निर्माण व संचालन का आदेश अगस्त में प्राप्त हुआ था, इसके लिए 66 लाख रुपये का बजट भी आवंटित कर दिया गया। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की लापरवाही के कारण लैब के निर्माण कार्य में देरी हो रही थी। दैनिक जागरण ने 24 अक्टूबर के अंक में संचालन में हो रही देरी को प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होते ही अपर स्वास्थ्य निदेशक (एडी) डा. सुधीर कुमार गर्ग ने मामले का संज्ञान लिया। एडी हेल्थ ने सीएमओ से स्पष्टीकरण तलब करने के साथ ही 30 अक्टूबर को संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डा. गिरीश चंद्र नोगोई को बीएसएल-2 लैब के निरीक्षण के लिए भेजा। इसके बाद लैब के काम में तेजी आई। दो मशीनें आज होंगी स्थापित : बीएसएल-2 लैब में बायो सेफ्टी कैबिनेट व लैमिनार फ्लो की स्थापना होना शेष है। ये मशीनें मंगलवार देर रात तक मुख्यालय पहुंचने की उम्मीद है। बुधवार की सुबह दोनों मशीनों को स्थापित करने के साथ ही परीक्षण की प्रक्रिया शुरू होगी। इनसेट-- कैसे होगा परीक्षण

ड्राई रन के लिए किग जार्ज मेडिकल कालेज (केजीएमसी) लखनऊ से आरटी-पीसीआर के 50 नमूने जनपद की बीएसएल-2 लैब में भेजे गए हैं। जनपद की लैब में इन नमूनों की जांच की जाएगी। इन नमूनों की रीडिग का केजीएमसी में हुई जांच की रीडिग से मिलान होने पर रिपोर्ट आइसीएमआर को भेजी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो दो से तीन दिन में जनपद की बीएसएल-2 लैब को संचालन अनुमति समेत प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया जाएगा। बिना लैब टेक्नीशियन कैसे होगी जांच

शासन स्तर से लैब संचालन को लेकर जितनी तत्परता दिखाई गई उतनी स्थानीय स्तर पर देखने को नहीं मिली। यही कारण है कि अपर स्वास्थ्य निदेशक के दखल के बाद लैब का संचालन शुरू होने की स्थिति में पहुंचा है। लैब संचालन के लिए आवश्यक स्टाफ में लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति नहीं हुई है। लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति संविदा आधार पर सीएमओ कार्यालय स्तर से की जानी थी। इसके लिए शासन द्वारा दी गई समयसीमा भी समाप्त हो चुकी है। बिना लैब टेक्नीशियन लाखों की लागत से बनी बीएसएल-2 लैब का संचालन अधर में फंसता दिख रहा है। वर्जन--

बुधवार को पूर्वाभ्यास आयोजित किया जाएगा, इसके बाद प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए रिपोर्ट आइसीएमआर को भेजी जाएगी। लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति अभी नहीं हो पाई है। लैब टेक्नीशियन के बिना लैब का संचालन कर पाना मुश्किल होगा।

- डा. अफजल, लैब इंचार्ज

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