ग्राहक उमड़े पर कम बिकी मिठाई
रक्षाबंधन के त्योहार पर राखी के साथ ही मिठाई का भी अपना अलग महत्व है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के साथ ही मिठाई खिलाती हैं। ऐसे में मिष्ठान कारोबारियों ने इसके लिए विशेष तैयारी की। सुबह से ही लोग मिठाई खरीदने के लिए दुकानों पर उमड़ने लगे। मिठाई की खरीदारी का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा।
पीलीभीत,जेएनएन : रक्षाबंधन के त्योहार पर राखी के साथ ही मिठाई का भी अपना अलग महत्व है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के साथ ही मिठाई खिलाती हैं। ऐसे में मिष्ठान कारोबारियों ने इसके लिए विशेष तैयारी की। सुबह से ही लोग मिठाई खरीदने के लिए दुकानों पर उमड़ने लगे। मिठाई की खरीदारी का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा।
इस बार कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के कारण उन लोगों ने मिठाई की दुकानें नहीं सजाईं, जो सिर्फ त्योहार पर ही व्यवसाय करते रहे हैं। स्थाई तौर पर मिठाई का कारोबार करने वालों ने ही पर्व के लिए विशेष तैयारी की। वैसे तो बाजार में दुकानें खोलने का समय सुबह नौ बजे निर्धारित है लेकिन मिठाई की अनेक दुकानें सात बजे से ही खुल गईं। उन पर ग्राहकों की भी आमद होने लगी। कुछ बड़े मिष्ठान भंडार निर्धारित समय पर ही खुले। उनके यहां से मिठाई खरीदने वालों को इंतजार करना पड़ा। कारोबारियों का कहना है कि इस साल मिठाई की बिक्री कम रही है। कोरोना काल में उन्हें इसकी आशंका पहले से रही है। इसी कारण कम मात्रा में ही मिठाई तैयार कराई। कुल कितने का व्यवसाय हुआ, इस बारे में कारोबारी कुछ बताने के लिए तैयार नहीं हुए।