एक घंटे के लिए बीडीओ बनी छात्रा अतिया खान

पीलीभीतजेएनएन जिला बाल संरक्षण संस्था की ओर से सांकेतिक नायिका कार्यक्रम के तहत वीरांगना अवंती बाई जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में 12वीं की छात्रा अतिया खान को मरौरी ब्लाक में एक घंटे के लिए बीडीओ का पदभार दिलाया गया। इस दौरान अतिया ने बीडीओ की कुर्सी पर बैठकर विकास विभाग की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया। इस दौरान एक शिकायत का भी निस्तारण किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 12:20 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 12:20 AM (IST)
एक घंटे के लिए बीडीओ बनी छात्रा अतिया खान
एक घंटे के लिए बीडीओ बनी छात्रा अतिया खान

पीलीभीत,जेएनएन : जिला बाल संरक्षण संस्था की ओर से सांकेतिक नायिका कार्यक्रम के तहत वीरांगना अवंती बाई जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में 12वीं की छात्रा अतिया खान को मरौरी ब्लाक में एक घंटे के लिए बीडीओ का पदभार दिलाया गया। इस दौरान अतिया ने बीडीओ की कुर्सी पर बैठकर विकास विभाग की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया। इस दौरान एक शिकायत का भी निस्तारण किया गया।

शुक्रवार को दोपहर 12 बजे कालेज की शिक्षिका अनीता जोशी के साथ छात्रा मरौरी विकास खंड कार्यालय में पहुंची। वहां बीडीओ बीके गौतम ने स्वयं छात्रा को अपनी कुर्सी पर बिठाया और खुद दूसरी ओर कुर्सी पर बैठ गए। एक घंटे के लिए बीडीओ बनी छात्रा ने विकास विभाग के कामकाज को समझा। बीडीओ ने छात्रा से पूछा कि विकास खंड का बेसिक कार्य क्या है, इस पर छात्रा ने कहा कि ब्लाक की सभी 95 ग्राम पंचायतों में विकास की योजनाएं तैयार करके उनका क्रियान्वयन कराना सबसे प्रमुख कार्य है। ब्लाक में ग्राम पंचायतें 95 हैं लेकिन ग्राम पंचायत सचिवों की संख्या सिर्फ दस है। ऐसे में एक सचिव के जिम्मे लगभग दस ग्राम पंचायतें आती हैं। बीडीओ बनी छात्रा ने कहा कि गांवों के लिए मनरेगा सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें लोगों को अपने गांव में ही रोजगार मिल जाता है। दूसरी ग्राम पंचायत के श्रमिक को वहां काम नहीं मिलता। बीडीओ के तौर पर छात्रा ने ब्लाक कार्यालय का निरीक्षण किया। सभी अधिकारियों, कर्मचारियों से उनका परिचय लेने के साथ ही उनके कामकाज के बारे में भी पूछताछ की। इसी दौरान ग्राम पंचायत अधिकारी की ओर से उनके समक्ष एक शिकायती पत्र प्रस्तुत किया। जिसका निस्तारण किया गया। इस अवसर पर छात्रा ने कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद अगर इस पद पर कार्य करने का उसे अवसर मिलता है तो गांवों में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर वह सबसे ज्यादा ध्यान देगी। कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मीनाक्षी पाठक भी मौजूद रहीं।

chat bot
आपका साथी