सियाराम की धुन ने किया मंत्रमुग्ध

पीलीभीतजेएनएन राम सिया राम सिया राम सिया राम के उच्चारण के साथ वैष्णव जन तो तेने कहिए की धुन बांसुरी से निकली तो पूरा सभागार संगीत और भक्ति के सराबोर हो गया। अवसर स्पिक मैके के तत्वावधान में आयोजित बांसुरी वादन कार्यक्रम का था। इसका गवाह बना जेएमबी डिग्री कालेज का सभागार। इसके अलावा लायंस बाल विद्या मंदिर और ललित हरि शुगर फैक्ट्री में भी बांसुरी वादन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुधवार को बांसुरी नगरी में अलग अलग स्थानों पर दिन से रात्रि तक बांसुरी के स्वरों का जादू बिखरता रहा और लोगों ने खूब आनंद लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 12:30 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 12:30 AM (IST)
सियाराम की धुन ने किया मंत्रमुग्ध
सियाराम की धुन ने किया मंत्रमुग्ध

पीलीभीत,जेएनएन: राम सिया राम सिया राम सिया राम के उच्चारण के साथ वैष्णव जन तो तेने कहिए की धुन बांसुरी से निकली तो पूरा सभागार संगीत और भक्ति के सराबोर हो गया। अवसर स्पिक मैके के तत्वावधान में आयोजित बांसुरी वादन कार्यक्रम का था। इसका गवाह बना जेएमबी डिग्री कालेज का सभागार। इसके अलावा लायंस बाल विद्या मंदिर और ललित हरि शुगर फैक्ट्री में भी बांसुरी वादन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुधवार को बांसुरी नगरी में अलग अलग स्थानों पर दिन से रात्रि तक बांसुरी के स्वरों का जादू बिखरता रहा और लोगों ने खूब आनंद लिया।

शास्त्रीय संगीत व भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था स्पिक मैके के तत्वावधान में प्रख्यात बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना ने प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। पहला कार्यक्रम जेएमबी डिग्री कालेज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना ने वृंदावनी सारंग की धुन बजाकर कार्यक्रम की संगीतमय शुरुआत की। इसके बाद बनारसी धाधरा व कुमाऊंनी धुन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंडित राजेंद्र ने वैष्णव जन की धुन बजाई तो सभागार में बैठे लोगों ने धुन के साथ राम सिया का उच्चारण किया जिसके बाद पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

कार्यक्रम में स्पिक मैके के जिला संयोजक संजीव पाराशरी, जेएमबी डिग्री कालेज के प्रबंध निदेशक अंचल गुप्ता, कार्यकारी निदेशक संजय गुप्ता, कार्यक्रम समन्वयक राजवीर सिंह, चीफ प्राक्टर नरेंद्र मोहन सक्सेना, दीपक पांडेय, नरेंद्र कुमार बत्रा, डा.ज्योति बाला, विशाल सक्सेना, सुरेंद्र गंगवार, डा. राजन, उपासना पाराशरी, रंजना सिंह, मुनेश, आकृति, लवप्रीत, नेहा, अंजली समेत बेनहर पब्लिक स्कूल व जेएमबी डिग्री कालेज के छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम का आनंद लिया। संस्कृति से जोड़कर संस्कारवान बनाने का आयोजन: डीएम

स्पिक मैके के तत्वावधान में लायंस बाल विद्या मंदिर में बांसुरी वादन संध्या आयोजित की गई। विद्यालय की बैंड टीम ने मुख्य अतिथि जिलाधिकारी पुलकित खरे व प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना हर्ष धुन बजाकर स्वागत किया। जिलाधिकारी ने अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीएम पुलकित खरे ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य भारतीय संस्कृति, विरासत व सभ्यता से लोगों को परिचित कराते हुए उन्हें संस्कारवान नागरिक बनाना है। संस्था द्वारा देश-विदेश में भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके हमारी धरोहर को जीवंत रखने का प्रयास हो रहा है जोकि प्रशंसनीय है।

बांसुरी वादक राजेंद्र प्रसन्ना ने श्रुति शील (तबला वादक), शहजाद राशिद (तानपुरा वादक) व अंकित नेगी (तबला वादक) के साथ संगत कर विभिन्न रागों में अपनी प्रस्तुति दी। उनकी बांसुरी की धुनों पर श्रोताओं ने खूब आनंद लिया। शहर के उभरते हुए बाल बांसुरी वादक सम्यक पाराशरी ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए बांसुरी वादन किया व वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की सचिव नीता मोदी ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य रमेश चंद्र सेमवाल, अनिल मोदी, डॉ. पीयूष अग्रवाल, पुष्पा सिंह, रंजीत सैहमी, नीलू सिंह समेत विद्यालय स्टाफ, छात्र-छात्राओं व आगंतुकों ने संगीतमत कार्यक्रम का आनंद लिया। पंडित राजेंद्र प्रसन्ना के बांसुरी वादन कार्यक्रम का आयोजन डिग्री कॉलेज, लायंस बाल विद्या मंदिर व ललित हरि शुगर फैक्ट्री में किया गया। तीनों स्थानों पर श्रोताओं ने उत्साह के साथ कार्यक्रम में बांसुरी की धुन से निकले संगीत का रसास्वादन किया। स्पिक मैके देश के साथ ही विदेशों में भी भारतीय संस्कृति को जीवंत रखने का काम कर रही है। शास्त्रीय संगीत समेत हमारी संस्कृति के मूल्यों को युवाओं में सहेजने, संजोने व संवारने के लिए स्पिक मैके के अंतर्गत इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

- संजीव पाराशरी, जिला संयोजक, स्पिक मैके स्पिक मैके के अंतर्गत हमारे कालेज में बांसुरी वादन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह बहुत आनंदमय रहा। संस्था के पदाधिकारियों का आभार जिन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हमारे महाविद्यालय में कराकर बच्चों व स्टाफ को शास्त्रीय संगीत के अमूल्य खजाने से रूबरू कराया। शिक्षा के साथ संस्कार व संस्कृति का ज्ञान होना आवश्यक है। ऐसे कार्यक्रम इसमें सहयोग करते हैं।

- अंचल गुप्ता, प्रबंध निदेशक, जेएमबी डिग्री कालेज कार्यक्रम बहुत अच्छा लगा। पहली बार विश्व विख्यात बांसुरी वादक को लाइव सुनना यादगार पल बन गया। स्पिक मैके व हमारे कालेज की वजह से हम लोगों को यह अवसर मिल सका।

- अंजली शास्त्रीय संगीत के किसी कार्यक्रम को लाइव सुनने का पहला अवसर था। मुझे बहुत आनंद आया। आजकल होने वाले वालीबुड कांसर्ट से कहीं बेहतर और सुकून भरा कार्यक्रम रहा।

- फरीद खान हमारे जनपद का प्रमुख उत्पाद बांसुरी है। आज बांसुरी वादन कार्यक्रम का आयोजन होना सुखद अनुभव रहा। पंडित जी की धुनों ने हम सभी का मन मोह लिया।

- आर्यन पांडेय शास्त्रीय संगीत में रुचि नहीं थी लेकिन आज का कार्यक्रम सुनने के बाद शास्त्रीय संगीत की ओर रुझान बढ़ा है। बांसुरी की धुन ने मोहित कर दिया। सबको यही लग रहा था कि कार्यक्रम समाप्त ही न हो।

- प्रियांशी

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