पीलीभीत में भाजपा को झटका, सपा में गए स्वामी प्रवक्तानंद

जैसा पहले ही यह संभावना जताई जा रही थी कि सपा जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के बागी पर दावं लगा सकती है। गुरुवार शाम यह सच साबित हो गया। जब दिनभर चले मानमनोव्वल के बाद भी स्वामी प्रवक्तानंद ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 01:30 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 01:30 AM (IST)
पीलीभीत में भाजपा को झटका, सपा में गए स्वामी प्रवक्तानंद
पीलीभीत में भाजपा को झटका, सपा में गए स्वामी प्रवक्तानंद

पीलीभीत, जेएनएन: जैसा पहले ही यह संभावना जताई जा रही थी कि सपा जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के बागी पर दावं लगा सकती है। गुरुवार शाम यह सच साबित हो गया। जब दिनभर चले मानमनोव्वल के बाद भी स्वामी प्रवक्तानंद ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। चुनाव के ऐन मौके पर सत्तारूढ़ भाजपा को इस घटनाक्रम से तगड़ा झटका लगा है। वहीं, सपा के रणनीतिकारों ने जिले के सियासी गलियारे में खलबली मचा दी है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने डॉ. दलजीत कौर, प्रियंका गंगवार व स्वामी प्रवक्तानंद के नाम पैनल में भेजे थे। पार्टी हाईकमान ने मंथन के बाद उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी। कुछ दिन पहले ही संभावित दावेदार को इसका संकेत भी दे दिया गया। इसके बाद से प्रियंका गंगवार और स्वामी प्रवक्तानंद के खेमों में मायूसी दिखाई देने लगी। चूंकि सपा के रणनीतिकार भाजपा की हर गतिविधि पर निगाह रखे हैं। ऐसे में सपा नेताओं ने पहले प्रियंका गंगवार के पति रत्नेश गंगवार से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। फिर सपा नेता हेमराज वर्मा ने स्वामी प्रवक्तानंद से संपर्क साधकर पार्टी में शामिल होने का आमंत्रण दिया। दोनों नेताओं के बीच सहमति भी बन गई। गुरुवार दोपहर सपा कार्यालय में इसकी घोषणा होनी थी। लेकिन, ऐन मौके पर भाजपा नेताओं को इसकी भनक लग गई। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह समेत प्रमुख नेताओं ने खमरिया पुल स्थित आश्रम में पहुंचकर स्वामी प्रवक्तानंद को मनाने की कोशिश की। स्वामी प्रवक्तानंद भाजपा नेताओं को पार्टी नहीं छोड़ने के बारे में आश्वस्त करते रहे। लेकिन, शाम को वह बीसलपुर के भाजपा विधायक रामसरन वर्मा से मिलने की बात कहकर आश्रम से बाहर निकले। देखते देखते सपा नेता की कार में सवार होकर सीधे सपा जिला कार्यालय में पहुंच गए। उनके साथ जिला पंचायत के सदस्य राजेश गंगवार तथा दिग्विजय सिंह गंगवार भी थे। सपा कार्यालय में सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा, जिला महासचिव यूसुफ कादरी तथा पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा की मौजूदगी में स्वामी प्रवक्तानंद ने सपा में शामिल होने की घोषणा की। अब दिलचस्प होगा चुनावी मुकाबला

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्तारूढ़ दल के हावी रहने की संभावना रहती है। लेकिन, गुरुवार शाम स्वामी प्रवक्तानंद के सपा में शामिल होने से राजनीतिक घटनाक्रम के बाद यहां चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने के आसार बनते जा रहे हैं। माना जा रहा है कि सपा में शामिल होने से पहले स्वामी प्रवक्तानंद व सपा नेताओं के बीच प्रत्याशी बनाने को लेकर ही डील हुई है। हालांकि सपा हाईकमानसे प्रत्याशी की घोषणा होना बाकी है। दलबदल में माहिर हैं स्वामी प्रवक्तानंद

बरेली हाईवे पर खमरिया पुल पर स्थित आश्रम में रहने वाले स्वामी प्रवक्तानंद भगवाधारी साधू हैं। लेकिन, शुरुआत से ही उनमें राजनैतिक महत्वकांक्षा है। इस कारण वह राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं। इतना ही नहीं मौका देखकर सिसायी मंसूबे को पूरा करने के लिए वह दूसरे दल में शामिल होने में भी संकोच नहीं करते हैं। हालांकि उनका लंबा वक्त भारतीय जनता पार्टी में ही बीता है। वर्ष 2012 में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। वहीं वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो स्वामी प्रवक्तानंद ने राष्ट्रीय लोकदल का टिकट हासिल कर चुनाव लड़ा था। लेकिन, दोनों ही बार उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। स्वामी प्रवक्ता की गिनती भाजपा सांसद वरुण गांधी के करीबी के तौर पर भी होती रही है। इसके चलते स्वामी प्रवक्तानंद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा में शामिल हो गए थे।

सियासत में सब जायज

स्वामी प्रवक्तानंद को सपा में शामिल कराने में पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। गौरतलब है कि लंबे समय से स्वामी प्रवक्तानंद और हेमराज वर्मा राजनैतिक रूप से प्रतिद्वंदी रहे हैं। बरखेड़ा विधानसभा सीट से दोनों नेताओं के बीच दो बार चुनाव हो चुका है। जिसमें वर्ष 2012 में हेमराज वर्मा ने जीत हासिल की थी। जिसके बाद अखिलेश यादव सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया था। ---------वर्जन----

भाजपा ने पिछड़ों का अपमान किया: स्वामी प्रवक्तानंद

सपा की साइकिल पर सवार होने के बाद स्वामी प्रवक्तानंद ने जागरण से बातचीत में भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पीलीभीत जनपद को पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित किया गया। इसके बाद भी भाजपा ने जट सिख को प्रत्याशी बनाने का निर्णय लेकर पिछड़े वर्ग के लोगों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेंगे और भाजपा को पराजित करेंगे।

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सपा के पास बहुमत से ज्यादा सदस्य: जग्गा

स्वामी प्रवक्तानंद के पार्टी में शामिल होने के बाद सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा खासे उत्साहित दिखे। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि स्वामी प्रवक्तानंद सपा के उम्मीदवार होंगे। इसकी घोषणा एक दो दिन में लखनऊ स्तर हो जायेगी। सपा के पास 22 से ज्यादा सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। जिस कारण सपा की जीत पूरी तरह तय है। भाजपा की ही जीत होगी: संजीव प्रताप

भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने कहा कि स्वामी प्रवक्तानंद को समझाया गया था। लेकिन, उन्होंने निर्णय ले लिया। इससे पार्टी पर किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। रही बात जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव की, भाजपा उम्मीदवार की जीत एकदम सुनिश्चित है। भाजपा के पास 25 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है।

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