पीलीभीत में तटबंध तोड़कर रमनगरा में घुसा शारदा का पानी

सोमवार की रात्रि शारदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। सीमावर्ती क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में नदी का पानी घुस गया। रमनगरा क्षेत्र में 9 बी स्पर को तोड़कर शारदा नदी ने तटबंध को भी अपो आगोश में समेट लिया। तटबंध टूटने के बाद पानी रमनगरा गांव के आसपास भी घुस गया। जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 01:58 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 01:58 AM (IST)
पीलीभीत में तटबंध तोड़कर रमनगरा में घुसा शारदा का पानी
पीलीभीत में तटबंध तोड़कर रमनगरा में घुसा शारदा का पानी

माधोटांडा (पीलीभीत), जेएनएन : सोमवार की रात्रि शारदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। सीमावर्ती क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में नदी का पानी घुस गया। रमनगरा क्षेत्र में 9 बी स्पर को तोड़कर शारदा नदी ने तटबंध को भी अपो आगोश में समेट लिया। तटबंध टूटने के बाद पानी रमनगरा गांव के आसपास भी घुस गया। जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है।

चारों ओर बाढ़ की स्थिति बन गई है। देखते ही देखते नदी का पानी घरों में घुस गया। सैकड़ों घर के लोग बेघर हो गए। स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने अपने घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन किया। बंदरबोझ, सुंदरनगर, नौजल्हा नंबर दो, नौजल्हा नंबर एक, गभिया सहराई, नलड़ेंगा, नगरिया खुर्द कला, रमनगरा व बुझिया में स्थिति बहुत खराब हो रही है। नगरिया खुर्द कला में 27 नंबर स्पर नदी में बह गया। रमनगरा में 9बी स्पर भी नदी ने अपने लील लिया। स्पर बह जाने के बाद शारदा नदी ने तटबंध को भी निशाने पर ले लिया और देखते ही देखते तटबंध भी टूट गया। तटबंध टूटने से रामनगरा गांव के आसपास चारों ओर पानी ही पानी भर गया। स्थिति खराब देख बाढ़ खंड के अभियंता मौके से चले गए। शारदा पार फंसे कुछ लोगों को पीएसी के जवानों ने रेस्क्यू कर सुरक्षित लाने का प्रयास किया, लेकिन नदी की तूफानी लहरों को देखकर पीएसी के जवानों के हौसले पस्त हो गए। शारदा नदी के पार कुछ लोग ऐसे ही फंसे रहे। शारदा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों ने गावों को खाली कर दिया। नदी तटबंध को तोड़कर शारदा सागर डैम की ओर बढ़ने का प्रयास करने लगी। मौके पर पहुंचकर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने भी स्थिति का जायजा लिया। पुलिस और एसएसबी की टीमें भी लगातार ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए रेस्क्यू करती रही। ग्रामीणों ने बताया कि 30 साल के बाद नदी ने इतनी तबाही मचाई है जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। तहसील प्रशासन भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डटा रहा। कलीनगर एसडीएम योगेश कुमार गौड़ ने बताया स्थिति पर नजर रखी जा रही है जो लोग बाढ़ में फंसे हैं, उन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। नदी के पार बसे गांवों से संपर्क टूटा, गांव बने टापू

माधोटांडा। शारदा नदी के पार बसे गांवों से संपर्क टूट गया। वहां पर लोगों ने झोपड़ियों पर बैठकर खुद को सुरक्षित किया। शारदा नदी की उफनती लहरों को देखते हुए इन गावों में राहत नहीं पहुंचाई जा सकी। गौड़ियों में रह रहे मवेशी भी शारदा नदी में बह गए। शारदा नदी के पार इन गावों की स्थिति बहुत खराब है। गोरख डिब्बी, थारू पट्टी व गुन्हान में सैकड़ों लोग जिदगी और मौत के बीच में फंसे रहे।

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