रमनगरा के भुजिया और नगरिया खुर्दकलां में कटान

रमनगरा के भुजिया और नगरिया खुर्दकलां में शारदा नदी कटान कर रही हैं। अब तक कई एकड़ जमीन नदी निगल चुकी है। स्पर का कटान होने से नगरिया को खतरा उत्पन्न हो सकता है। दोनों स्थानों पर कटान होने के बावजूद बचाव कार्य शुरू नहीं कराया गया है। इससे किसान परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:06 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:06 PM (IST)
रमनगरा के भुजिया और नगरिया खुर्दकलां में कटान
रमनगरा के भुजिया और नगरिया खुर्दकलां में कटान

पीलीभीत,जेएनएन : रमनगरा के भुजिया और नगरिया खुर्दकलां में शारदा नदी कटान कर रही हैं। अब तक कई एकड़ जमीन नदी निगल चुकी है। स्पर का कटान होने से नगरिया को खतरा उत्पन्न हो सकता है। दोनों स्थानों पर कटान होने के बावजूद बचाव कार्य शुरू नहीं कराया गया है। इससे किसान परेशान हैं।

गभिया सहराई में कटान से बचाने के लिए कई करोड़ की लागत से बचाव किए जा रहे हैं। तीन पक्के स्पर का निर्माण कराया जा रहा है। नदी में उफान होने के बावजूद बचाव कार्य होते रहे। नदी में पानी कम होने पर रमनगरा क्षेत्र के भुजिया और नगरिया खुर्द कलां में कटान शुरू हो गया है। अब तक ग्रामीणों ने बताया कि कई एकड़ जमीन नदी अपने आगोश में लेकर फसलों समेत काट चुकी है। तेजी के साथ कटान होने से लोग बेहद परेशान हैं। नगरिया खुर्दकलां में पत्थर वाला कटान होने से खतरा पैदा हो गया है। दोनों जगह कटान होने के बाद भी बाढ़ खंड की तरफ से भी बचाव कार्य शुरू नहीं कराया गया है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही बचाव कार्य कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि जल्द ही बचाव कार्य अधिकारियों को प्रमुखता के साथ कराना चाहिए जिससे जमीन को बचाया जा सके। फोटो 22 पीएनपीआर 3

नदी में बचाव कार्य कराना बेहद जरूरी है। कई लोग पहले ही नदी की तबाही से अभी तक उबर नहीं पाए हैं। अब कटान और होने से लोगों को दिक्कत होगी।

मंदीप सिंह

नगरिया खुर्दकलां और भुझिया में कटान होने से किसान परेशान हैं। अब तक नदी ने काफी जमीन का कटान कर चुकी है। कुछ जगह बचाव कार्य हुए लेकिन उससे कटान नहीं रूका।

मुक्खा सिंह शारदा नदी में समय रहते अगर बचाव कार्य कराए जाए तो कटान काफी हद तक रूक सकता है,लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देते जिससे कटान नहीं रुक पाता।

मंगल सिंह बाढ़ की विभीषिका से अभी यहां कई गांव के लोग उबर नहीं पाए हैं। नदी में तीन दिन तक बढे पानी से जब कटान हो रहा तो बरसात में और दिक्कत होगी।

जस्सा सिंह

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