बाजार में सेवइयों की बिक्री

गुरुवार की रात चांद दिखने की पूरी उम्मीद है इसलिए शुक्रवार को ईद का त्योहार मनाया जा सकता है। मुस्लिम समुदाय के परिवारों में ईद की तैयारियां हो रही हैं। बाजार में जब सुबह दुकानें खुलीं तो सेंवइयों व फेनी की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। किराना की दुकानों पर लोग ड्राई फ्रूट्स भी खरीदते देखे गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:11 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:11 PM (IST)
बाजार में सेवइयों की बिक्री
बाजार में सेवइयों की बिक्री

पीलीभीत,जेएनएन : गुरुवार की रात चांद दिखने की पूरी उम्मीद है इसलिए शुक्रवार को ईद का त्योहार मनाया जा सकता है। मुस्लिम समुदाय के परिवारों में ईद की तैयारियां हो रही हैं। बाजार में जब सुबह दुकानें खुलीं तो सेंवइयों व फेनी की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। किराना की दुकानों पर लोग ड्राई फ्रूट्स भी खरीदते देखे गए।

इस के त्योहार पर पिछले साल की भांति इस बार भी कोरोना का साया है। ऐसे में ईदगाह और मस्जिदों में ईद उल फितर की सामूहिक नमाज नहीं होगी। मस्जिदों में इमाम समेत अधिकतम पांच लोग कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए ईद उल फितर की नमाज अदा करेंगे। तमाम रोजेदार अपने घरों पर ही ईद की नमाज अदा करने के साथ ही फोन व इंटरनेट मीडिया के जरिये आपस में एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देंगे। ईद को लेकर बच्चों में खासा उत्साह है। क्योंकि स्वजनों ने कोरोना क‌र्फ्यू के बावजूद बच्चों के पसंद की चीजें खरीदने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है। बुधवार को फल मंडी में सेवइयां और फेनी की कई दुकानें सजीं। इन दुकानों पर मुस्लिम समुदाय के लोग सेंवइयों व फेनी की खरीदारी करते दिखे। लोगों का कहना है कि कोरोना जैसी महामारी के दौर में त्योहार तो मनाना ही है। साथ ही बच्चों की फरमाइशें भी पूरी करनी हैं। बच्चों के लिए तो ईद का दिन सबसे खास रहता है। परिवार में बड़े लोगों से ईदी पाने का उन्हें इंतजार जो रहता है। परिवार के बड़े लोग जहां ईद के लिए सामान जुटाने में व्यस्त रहे, वहीं बच्चों में इस बात को लेकर खुशी है कि अब ईद का त्योहार आ गया।

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