लाइसेंस न मिलने से चावल का उठान नहीं

वेबसाइट बंद होने से राइस मिलरों को खाद्य विभाग से लाइसेंस नहीं मिल पा रहे हैं इसके चलते चावल का उतार रुक गया है। दो दिन बाद वेबसाइट शुरू होने की बात कही जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 12:37 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 12:37 AM (IST)
लाइसेंस न मिलने से चावल का उठान नहीं
लाइसेंस न मिलने से चावल का उठान नहीं

पीलीभीत,जेएनएन : वेबसाइट बंद होने से राइस मिलरों को खाद्य विभाग से लाइसेंस नहीं मिल पा रहे हैं, इसके चलते चावल का उतार रुक गया है। दो दिन बाद वेबसाइट शुरू होने की बात कही जा रही है।

किसानों का समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए स्थापित किए गए क्रय केंद्रों का एग्रीमेंट राइस मिलों से किया जाता है। सरकारी धान की कुटाई करने के बाद उसका एफसीआइ के गोदामों में भंडारण किया जाता है। शासन की तरफ से राइसमिलरों को खाद्य विभाग का लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है। धान कुटाई करने के बाद चावल के बोरे में खाद्य विभाग से जारी नंबर और टैग लगाया जाना है, इसके बाद ही उसका गोदामों में उतार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों से खाद्य सुरक्षा की वेबसाइट बंद पड़ी है। आवेदन नहीं हो पा रहे हैं। राइसमिलरों ने जिन क्रय केंद्रों के धान की कुटाई की है उसका स्टाक उनके गोदामों में ही लगा हुआ है। क्षेत्रीय विपणन अधिकारी लालचंद ने बताया कि वेबसाइट बंद होने के चलते समस्या आ रही है। इसबार टैग और खाद्य विभाग से जारी किया गया नंबर बोरे पर अंकित करने के बाद चावल का भंडारण कराया जाएगा। एक नंवबर तक बेवसाइट चलने की संभावना है। उधर एक राइसमिलर ने बताया कि अधिकांश मिलरों के आवेदन लगे हुए हैं। डिप्टी आरएमओ से वार्ता हुई है।

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