शारदा नदी में पानी बढ़ने से राहुलनगर के लोगों के उड़े होश
संवाद सहयोगी पूरनपुर (पीलीभीत) मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में बीते 24 घंटे से हो रही ल
संवाद सहयोगी, पूरनपुर (पीलीभीत) : मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में बीते 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश से शारदा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने लगी है। इसके चलते राहुलनगर, खिरकिया बरगदिया और कालोनी नंबर छह के वाशिदों की धड़कनें भी तेज हो गई है। नदी में पानी बढ़ने के बाद कम होने पर उन्हें फसलों सहित जमीन का कटान होने की चिता सताने लगी है। कुछ किसानों ने नदी में जमीन कटने की भी बात कही है। अभी तक बचाव कार्य न होने से तीन गांवों के लोगों को शारदा से खतरा बेहद अधिक बढ़ गया है।
शारदा नदी के मुहाने पर बसे चंदिया हजारा ग्राम पंचायत के गांव राहुलनगर में पिछले वर्ष शारदा ने जमकर विनाश लीला मचाई थी। कई पक्के कच्चे घरों को अपने आगोश में लेकर उनका वजूद मिटा दिया था। साथ ही सैकड़ों एकड़ लहलहाती हुई फसलों सहित जमीन को काटकर अपने आगोश में ले लिया था। काफी जद्दोजहद के बाद राहुलनगर गांव को कटने से बचाया जा सका था। पिछले वर्ष की विभीषिका झेल चुके किसान अभी भी नदी की विनाशलीला का वह मंजर देखकर सिहर उठते हैं। परियोजना स्वीकृत होने के बाद भी वहां काम न होने से वहां के वाशिदों में कटान को लेकर और भय के साथ खतरा पैदा हो गया है। वाशिदे नदी में पानी घटने बढ़ने को लेकर टकटकी लगाए हुए हैं। दो दिन पहले शारदा का जलस्तर बढ़ने के साथ काफी घट गया था। जलस्तर बढ़ने से हजारा क्षेत्र के कुछ निचले भागों में पानी पहुंच गया था। 24 घंटे से मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र में बारिश की वजह से शारदा का जलस्तर अब धीरे धीरे बढ़ने लगा है। इससे यहां के वाशिदों को भूमि सहित फसलों का कटान होने की चिता सताने लगी है। राहुलनगर गांव निवासी रामेश्वर, जर्नादन, शिवमूरत और लालजी ने दो दिन पूर्व जमीन नदी में कटने की बात कही है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर बचाव कार्य शीघ्र नहीं किया गया तो नदी राहुलनगर के दक्षिण दिशा में एक नाले से मिलकर भारी तबाही मचा सकती है। नदी की आगोश में राहुलनगर के अलावा खिरकिया बरगदिया और कालोनी नंबर छह होंगे। नाले के सहारे इन गांवों में शारदा का पानी घुसेगा जिससे यहां लोगों को भारी नुकसान के साथ ही बेहद परेशानियों का सामाना भी करना पड़ सकता है। उपजिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि शारदा नदी में उतार चढ़ाव हो रहा है। कटान अभी शुरू नहीं हुआ है।