योजनाओं को पात्रों तक पहुंचाने वाले को दी जाए तरजीह
आरक्षण सूची जारी होते ही गांवों में चुनाव की सरगर्मी देखी जा रही है। ग्रामीणों की जुबान पर चुनाव की चर्चा है। मतदाता भी जगह-जगह चौपाल लगाकर गांव के विकास को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार का चयन करने में जुट गए हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : आरक्षण सूची जारी होते ही गांवों में चुनाव की सरगर्मी देखी जा रही है। ग्रामीणों की जुबान पर चुनाव की चर्चा है। मतदाता भी जगह-जगह चौपाल लगाकर गांव के विकास को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार का चयन करने में जुट गए हैं।
शाहजहांपुर बार्डर पर स्थित जनपद पीलीभीत के गांव गुलड़िया भूपसिंह में गुरुवार की दोपहर एक दर्जन से अधिक ग्रामीण चुनाव को लेकर बेहद मशगूल दिखे। चर्चा के दौरान गांव के पंकज सिंह ने कहा कि प्रत्याशी वह होना चाहिए जो गांव चौमुखी विकास कराए और जनजन तक शासन की महत्वाकांक्षी योजनाएं पहुंचे। इस बीच सतीश ने उनकी बात समाप्त होने पर कहा कि शौचालय, आवास पेंशन की सुविधाएं तो ग्रामीणों को मिल रही है लेकिन गांव में चिकित्सालय भी होना बेहद जरूरी है। चिकित्सा सुविधा दिलाने वाले को तरजीह देनी चाहिए। अकील अहमद ने सतीश की बात का समर्थन किया और बोले कि गांव में विकास कराने वाले खेवनहार को तलाशना होगा। विनोद कुमार ने कहा कि गांव में रोजगार के साथ पात्रों को सुविधाएं दिलाए और शिक्षा के प्रति बढ़ावा देने वाला उम्मीदवार होना चाहिए। मुनीश ने विनोद की बात को समाप्त करते हुए कहा कि प्रत्याशी ईमानदार व मेहनती और शिक्षित होना चाहिए। झूठे वादे वाले का इस बार सभी एक स्वर में विरोध करे जिससे उसे सबक मिल सके। विकास कराने वाले को ही अपना प्रधान चुने जिससे गांव की तरक्की के साथ लोगों को सुविधाएं मिलें। ग्रामीणों ने अभी से ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशियों के गुणा भाग लगाना शुरू कर दिया है। चौपाल में जर्नादन, गिरीश ग्रामीण मौजूद रहे।