कड़ी सुरक्षा के बीच जुमा की नमाज
पिछले दिनों नरसिघा नंद सरस्वती की ओर से की गई टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय में रोष है। जुमा की नमाज के बाद जुलूस प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर पुलिस अलर्ट रही। मस्जिदों के बाहर पुलिस के जवान तैनात किए गए जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे। हालांकि शहर में नमाज के बाद किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ।
पीलीभीत,जेएनएन : पिछले दिनों नरसिघा नंद सरस्वती की ओर से की गई टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय में रोष है। जुमा की नमाज के बाद जुलूस प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर पुलिस अलर्ट रही। मस्जिदों के बाहर पुलिस के जवान तैनात किए गए , जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे। हालांकि शहर में नमाज के बाद किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ।
शुक्रवार को एसपी किरीट कुमार राठौर के निर्देश पर पुलिस काफी सक्रिय रही। शहर की सबसे प्रमुख शाही जामा मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों के बाहर जुमा की नमाज के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस तैनात की गई। एसडीएम सदर अविनाश चंद्र मौर्य व सीओ सिटी वीरेंद्र विक्रम भी लगातार भ्रमण करते हुए शांति व्यवस्था का जायजा लेते रहे। इस दौरान खानकाह ए उस्मानिया के सज्जादानशीन हसन मियां कदीरी ने अपने मुरीदों के साथ सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
न्यूरिया : जुमा की नमाज के बाद मदरसा दारुल उलूम गौसिया समेत अन्य मौलाना इकट्ठे हुए। उन्होंने गुस्ताखी करने का एक स्वर में विरोध किया। थाना प्रभारी जगत सिंह को मदरसा गुलशन ए फातिमा के प्रिसिपल जनाब रईसुद्दीन नूरी के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन देने वालों में मौलाना मोहम्मद नफीस,मौलाना मोहम्मद जफर, मौलाना हाफिज शमशुल हक, मौलाना इंतजार अहमद बरकाती, कारी हाफिज रईस अहमद, मौलाना अब्दुल कयूम, मौलाना कारी नासिर रजा समेत अन्य लोग शामिल रहे।
जहानाबाद : जुमा की नमाज के बाद थाना प्रभारी निरीक्षक हरीशवर्द्धन सिंह को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने वालों में मोहम्मद इलियास, शाकिर, चांद बाबू, मोहम्मद आकिल समेत अन्य लोग शामिल रहे।