परमिट 20 का और काट लिए सागौन के 46 पेड़
तराई के जिले में पेड़ों के अवैध कटान के मामले थम नहीं रहे हैं। पहले दियोरिया फिर माधोटांडा और अब अमरिया क्षेत्र में पेड़ों के अवैध कटान का मामला पकड़ा गया है। ठेकेदार ने सामाजिक वानिकी से सागौन के 20 पेड़ों के कटान का परमिट हासिल किया और उसकी आड़ में 46 पेड़ काट डाले।
पीलीभीत,जेएनएन : तराई के जिले में पेड़ों के अवैध कटान के मामले थम नहीं रहे हैं। पहले दियोरिया फिर माधोटांडा और अब अमरिया क्षेत्र में पेड़ों के अवैध कटान का मामला पकड़ा गया है। ठेकेदार ने सामाजिक वानिकी से सागौन के 20 पेड़ों के कटान का परमिट हासिल किया और उसकी आड़ में 46 पेड़ काट डाले। काटे गए पेड़ों की लकड़ी को रात के अंधेरे में ठिकाने लगाने की तैयारी थी लेकिन इसी दौरान अधिकारियों को पता चल गया। एसडीएम ने तहसीलदार के साथ छापा मारकर अवैध सागौन लदे ट्रक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
थाना क्षेत्र के गांव देवरनिया निवासी लालाराम ने खेत पर लगे सागौन के पेड़ों का सौदा न्यूरिया के लकड़ी ठेकेदार नाजिम अली से कर दिया था। ठेकेदार ने सागौन के पेड़ काटने के लिए सामाजिक वानिकी विभाग से 20 पेड़ों का परमिट जारी कराया और उसकी आड़ में 46 पेड़ कटवा लिए। सोमवार की रात गांव के ही कुछ लोगों ने अवैध कटान की सूचना उपजिलाधिकारी रामदास को दी। इस पर रात करीब दो बजे उपजिलाधिकारी ने तहसीलदार जनार्दन प्रसाद को साथ लेकर गांव पहुंच गए। काटे गए सागौन की बोटें ट्रक में भरे जा चुकी थे। ट्रक वहां से रवाना हो पाता, उससे पहले ही उपजिलाधिकारी व तहसीलदार ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। सामाजिक वानिकी के डिप्टी रेंजर देवेंद्र पाल ने बताया कि परमिट से अधिक पेड़ काटे गए हैं। ठेकेदार के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। काटे गए पेड़ की लकड़ी व ट्रक पुलिस के कब्जे में है। उधर, लालाराम का कहना है कि उनके खेत में सिर्फ 20 सागौन के पेड़ थे। उन्हीं का ठेकेदार से 1.60 लाख रुपये में सौदा हुआ था। शाम होने से पहले ही पेड़ कट गए थे और लकड़ी ट्राली में ठेकेदार ने भरवा ली थी। अन्य सागौन के पेड़ कहां से काटे गए , इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार के अनुसार ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। अतिरिक्त पेड़ कहां से काटे गए की जांच शुरू हो गई है।