वोट डालने के लिए दूसरे शहरों से आने लगे लोग
पंचायत चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशियों ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है। प्रत्याशियों ने मतदाता सूची मिलते ही दूसरे प्रांतों में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों को अपने भाड़े पर बुलाने के लिए गाड़ियां भेज दी है। साथ ही उन्हें उपहार स्वरूप नकदी भी भेज दी है। प्रलोभन देने से प्रवासी मजदूरों ने गाड़ियां करके क्षेत्र में आना शुरू कर दिया है।
पीलीभीत,जेएनएन : पंचायत चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशियों ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है। प्रत्याशियों ने मतदाता सूची मिलते ही दूसरे प्रांतों में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों को अपने भाड़े पर बुलाने के लिए गाड़ियां भेज दी है। साथ ही उन्हें उपहार स्वरूप नकदी भी भेज दी है। प्रलोभन देने से प्रवासी मजदूरों ने गाड़ियां करके क्षेत्र में आना शुरू कर दिया है।
26 अप्रैल को क्षेत्र में सम्पन्न होने वाले जिला पंचायत, प्रधान पद, बीडीसी सदस्य तथा ग्राम सदस्य पद के लिए होने वाले चुनाव में मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने जीत सुनिश्चित करने के लिए अब नए-नए तरीके अपनाना शुरू कर दिया है। मतदाता सूची प्राप्त करने के बाद उनके गांव से दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले श्रमिकों को मतदान के लिए बुलाने के लिए उन्हें गाड़ियां भेजकर मतदान दिवस से पहले ही गांव में लाने की व्यवस्था कर दी है साथ ही उन्हें उपहार व नकदी भी देने का कार्य इन प्रत्याशियों ने शुरू कर दिया है। हरियाणा, पानीपत, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, जयपुर से प्रवासी मजदूरों ने प्राइवेट वाहनों में भरकर मतदान के लिए अपने घरों को आना शुरू कर दिया है। समय रहते यदि इन पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो क्षेत्र में अपने पांव पसार चुके कोविड 19 संक्रमण की स्थिति पहले से भी दयनीय हो जाएगी। वर्जन
अभी संज्ञान में इस तरह की कोई सूचना नहीं आई है फिर भी जिन गांव में प्रवासी श्रमिकों के आने की सूचना मिली है। कोविड-19 टेस्ट कराने के बाद ही उन्हें मतदान की अनुमति दी जाएगी।
-राकेश गुप्ता, एसडीएम बीसलपुर