बीसलपुर में महापुरुषों के नाम पर बने पार्क उपेक्षित
बीसलपुर नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी के चलते नगर में महापुरुषों के नाम से बनाए गए पार्क देखरेख के अभाव में उजड़ने के कगार पर हैं। सुंदरीकरण कराने के लिए कागजी घोड़े दौड़ाये जा रहे हैं। हकीकत में कुछ भी नहीं हो पा रहा है। अब नगर पालिका प्रशासन इस ओर से चुप्पी साधे है जबकि पार्क अपनी बदहाली बयां कर रहे हैं।
पीलीभीत, जेएनएन : बीसलपुर नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी के चलते नगर में महापुरुषों के नाम से बनाए गए पार्क देखरेख के अभाव में उजड़ने के कगार पर हैं। सुंदरीकरण कराने के लिए कागजी घोड़े दौड़ाये जा रहे हैं। हकीकत में कुछ भी नहीं हो पा रहा है। अब नगर पालिका प्रशासन इस ओर से चुप्पी साधे है, जबकि पार्क अपनी बदहाली बयां कर रहे हैं।
नगर के प्रमुख चौराहा बारह पत्थर स्थित डा. भीमराव अंबेडकर पार्क बदहाल है। आलम यह है कि पार्क की रंगाई पुताई तो दूर प्रतिदिन पार्क में न तो झाड़ू लगती है और न ही खुले में लगी प्रतिमा की धूल झाड़ी जाती है। ऐसी स्थिति में उनके चेहरे पर तमाम धूल एकत्र हो गई है फिर भी पालिका प्रशासन इस ओर से आंखे मूंदे है। नगर पालिका प्रशासन की ओर से नगर में लगभग 20 वर्ष शहर के प्रमुख चौराहा बारह पत्थर मार्ग पर डा. भीमराव अंबेडकर पार्क की स्थापना कराई गई थी। पार्क बनवाने के समय पालिका माली व सफाई कर्मी पार्क की लगातार देखाभाली करते थे।
पार्क में फूल भी लगे थे और प्रतिदिन सफाई होने के बाद पार्क चमकता रहता था। अब स्थिति यह हो गई है कि पार्क की न तो पुताई रंगाई कई वर्षों से नहीं हुई है और झाड़ू भी पार्क में सफाई कर्मी कभी कभार लगाने की जहमत उठाते हैं।
नगर के मुहल्ला बाजार कटरा स्थित चंद्रशेखर आजाद पार्क कई वर्षों से बदहाल है। आलम यह है कि पार्क की चहारदीवारी चटक गई है। फर्श पर गंदगी व कूड़े का ढेर लगा है। पालिका प्रशासन की ओर से पार्क के मुख्य द्वार पर गेट तो लगवा दिया गया है, परंतु देखरेख करने के लिए माली की नियुक्ति आज तक नहीं हो पाई है यही वजह है कि पार्क पूरी तरह से वीरान पड़ा हुआ है। फूल व पौधों के पेड़ देखरेख के अभाव में सूखकर नष्ट हो चुके हैं। पिछले कई वर्षों से पार्क का सुंदरीकरण नहीं हो पाया है और न ही उसकी चहारदीवारी में आई दरार की मरम्मत की गई है। क्रांतिकारी विचार मंच के प्रांतीय संरक्षक देव स्वरूप पटेल पार्क की बदहाली के खिलाफ कई बार संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ पार्क परिसर में धरना देकर विरोध जता चुके हैं परंतु इसके बाद भी पालिका के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई है। उपेक्षा के कारण पार्क पूरी तरह से उजड़ चुका है। चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति पर भी गंदगी जमने लगी है। रंगाई पुताई पालिका प्रशासन की ओर से नहीं कराई गई है। तत्कालीन उपजिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी ने पाक का सुंदरीकरण कराने के निर्देश पालिका प्रशासन को दिए थे परंतु उनका स्थानांतरण होने के बाद पालिका प्रशासन ने इस ओर से अपना पल्ला झाड़ लिया।
नगर के मुहल्ला बख्तावर लाल स्थित इंदिरा गांधी पार्क पालिका की उपेक्षा के कारण ताले में कैद होकर रह गया है। पूरे दिन मुख्य द्वार पर ताले लटके रहते हैं,जिससे पार्क के अंदर लोग नहीं पहुंच पाते हैं। पूर्व पालिकाध्यक्ष स्वर्गीय विजय कुमार गुप्ता की ओर से लगभग 30 वर्ष पूर्व पार्क की स्थापना कराई गई थी। उस समय यह पार्क नगर की शोभा था। पार्क के बीचों बीच फव्वारा लगाया गया था, जिससे फूल पौधों के पेड़ों की सिचाई की जाती थी। पार्क के दोनों और सुंदर लाइटें भी लगाई गई थीं परंतु समय के साथ ही पार्क की बदहाली शुरू हो गई उसका फव्वारा खराब हो गया। तत्कालीन माली मेवाराम के सेवानिवृत्त होने के बाद किसी अन्य माली की नियुक्ति न होने से पार्क की देखरेख सही तरीके से नहीं हो पाई,जिससे पार्क दिनोंदिन उपेक्षित होता जा रहा है। सुबह से शाम तक पार्क के मुख्य द्वार पर ताले लटके रहते हैं जिससे लोग पार्क के अंदर जाने को तरस रहे हैं।
नगर में महापुरुषों के नाम से बनाए गए पार्कों का शीघ्र ही सुंदरीकरण कराया जाएगा। देखरेख के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
-वंदना शर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद
महान पुरुषों के नाम से नगर में बनाए गए पार्क देखरेख के अभाव में उजड़ते जा रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर उनका सुंदरीकरण कराने चाहिए।
डा. अश्वनी गंगवार
महान पुरुषों के नाम से बनाए गए पार्क पिछले कई वर्षों से बदहाल पड़े हुए हैं। सुंदरीकरण कराने के लिए पालिका प्रशासन को सजगता से ध्यान देना चाहिए। जनप्रतिनिधियों को भी इस बाबत जागरूक होना चाहिए।
राम खिलौना शर्मा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य
चंद्रशेखर आजाद पार्क पूरी तरह से उजड़ने के कगार पर है। पालिका प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। कई बार इसकी शिकायत विभागीय उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं।
रूपा देवी