कलीनगर में बाघ और अमरिया में तेंदुआ की चहलकदमी
पीलीभीतजेएनएन जनपद में बारिश और बाढ़ के बाद अब जंगल से बाहर वन्यजीवों की चहलकदमी शुरू हो गई है। बराही रेंज के खारजा नहर के पास बाघ की चहलकदमी होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं अमरिया क्षेत्र के गांव सूरजपुर के नजदीक तेंदुआ देखे जाने से खलबली मच गई है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर वन्यजीवों के पगचिन्ह ट्रेस किए हैं। साथ ही ग्रामीणों को सतर्कता बरतने को कहा है।
पीलीभीत,जेएनएन : जनपद में बारिश और बाढ़ के बाद अब जंगल से बाहर वन्यजीवों की चहलकदमी शुरू हो गई है। बराही रेंज के खारजा नहर के पास बाघ की चहलकदमी होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं अमरिया क्षेत्र के गांव सूरजपुर के नजदीक तेंदुआ देखे जाने से खलबली मच गई है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर वन्यजीवों के पगचिन्ह ट्रेस किए हैं। साथ ही ग्रामीणों को सतर्कता बरतने को कहा है।
कलीनगर: बराही जंगल से बाहर निकले बाघ को खारजा नहर पर देख नहर से रेत का खनन करने पहुंचे डनलप चालक जान बचाकर भाग निकले।जानकारी मिलने पर सामाजिक वानिकी विभाग की टीम ने बाघ के पगचिन्ह ट्रेस किए। पिछले कुछ वर्षों से बराही जंगल से बाघ निकल कर खारजा नहर की कभी दायीं और कभी बायीं पटरी पर विचरण करते हुए देखे जाते रहे हैं। पिछले वर्ष एक बाघ नहर पटरी से माधोटांडा गांव के निकट आ गया था। उसने दो बछड़ों का शिकार बना लिया था। करीब 10-12 दिन तक कस्बे से उत्तर की ओर गन्ने के खेतों में ही बना रहा था।इसके बाद वह कलीनगर के निकट हरदोई नहर होकर शाहगढ़ तथा पूरनपुर क्षेत्र मे विचरण करता रहा। सोमवार शाम को माधोटांडा के दो डनलप वाले खारजा नहर से रेत निकालने जब मियां वाले घट्टे पर पहुंचे वहां कुछ दूर खडे़ बाघ को देखकर भाग आए। इसकी जानकारी मिलने पर वन दारोगा अजमेर सिंह यादव ने टीम के साथ बाघ के निशान ट्रेस किए। उन्होंने बताया कि किसी ने नहर किनारे मरे मवेशी को डाल दिया था। इसीलिए बाघ आ गया था। उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने को कहा। अमरिया: क्षेत्र में वन्यजीवों की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है। मंगलवार को सूरजपुर गांव के पास नदी किनारे ग्रामीणों ने तेंदुए के ताजा पगचिन्ह बने देखें जिससे खलबली मच गई। टीम के साथ सूचना पर पहुंच कर वन कर्मी देवेन्द्र पाल शैलेन्द्र कुमार सोनी सिंह ने पगचिह ट्रेस कर ग्रामीणों को सतर्क किया। एक दिन पहले भी टोडरपुर में तेंदुए के पगचिन्ह देखे गए थे। टोडरपुर निवासी मोहम्मद जमा खेत पर आलू की फसल देखने गया था जहां पर तेंदुए के पगचिन्ह देखकर वह घबरा गया था। गांव पहुंचकर लोगों को जानकारी दी थी।