महिला को अस्तित्व प्रदान करता है स्वावलंबन

रामलुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत आनलाइन महिला आत्मनिर्भरता पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:44 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:44 AM (IST)
महिला को अस्तित्व प्रदान करता है स्वावलंबन
महिला को अस्तित्व प्रदान करता है स्वावलंबन

पीलीभीत,जेएनएन : रामलुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत आनलाइन महिला आत्मनिर्भरता पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

इस मौके पर नोडल अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डा. नरेंद्र कुमार बत्रा ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर होना क्यों आवश्यक है । आत्मनिर्भरता ही आप के अस्तित्व का निर्माण करती है। आपका अपना पृथक अस्तित्व आवश्यक है । इसके लिए शिक्षा आपको अपने अस्तित्व को दिलाने महती भूमिका निभाती है वह कौशल विकास के कार्यक्रम अस्तित्व प्रदान करने में सहायता प्रदान करते हैं । भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कौशल विकास केंद्रों का संचालन इस बात का द्योतक है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बना सकें। अब आवश्यकता है हम शिक्षा के साथ-साथ अपने समय का प्रयोग करते हुए कौशल विकास की योजनाओं में प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि आने वाली जिदगी में हम स्वावलंबी भी बन सके ।

वेबिनार की मुख्य वक्ता डा. नम्रता शुक्ला प्राध्यापिका राजश्री महाविद्यालय बरेली ने कहा की महिलाओं पर दो जिम्मेदारियां होती है। एक जिम्मेदारी घर की और दूसरी जिम्मेदारी समाज की एक स्वावलंबी महिला ही राष्ट्र निर्माण समाज निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकती है क्योंकि स्वालंबन ही महिला को अस्तित्व प्रदान करता है अन्यथा महिला की पहचान बाल काल में माता-पिता व विवाह उपरांत पति के नाम से होती है। एक स्वावलंबी महिला ही अपने नाम से जानी है। प्राचार्य डॉ दिनेश चंद्र ने कहा निश्चित रूप से हमें महिला शिक्षा और महिला स्वालंबन पर अभी और काम करना है परंतु हमारी सरकारों की प्रतिबद्धता इस बात का प्रतीक है कि हम इस और अग्रसारित है । डॉ. माजिद हुसैन ने आभार व्यक्त किया।

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